सार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी ने साफ कर दियाी है कि संगीता सेंगर की जगह नए उम्मीदवार का नाम जल्द घोषित किया जाएगा।उन्नाव के जिलाध्यक्ष से वार्ड के लिए उम्मीदवारों के नाम मांगे गए हैं। बता दें कि उन्नाव में तीसरे चरण का चुनाव होना है। जिसके लिए 13 अप्रैल से नामांकन दाखिल किए जाएंगे।
उन्नाव (Uttar Pradesh) । दुष्कर्म के आरोप में उम्र कैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर की उम्मीदवारी को बीजेपी ने रद्द कर दिया है। बता दें कि आठ अप्रैल को संगीता सेंगर को वार्ड नम्बर 22 फतेहपुर चौरासी तृतीय से जिला पंचायत सदस्य का उम्मीदवार घोषित किया गया था। लेकिन, पीड़िता के परिवार की ओर से इसका विरोध किया गया। वहीं, सोशल मीडिया में भी मामला तूल पकड़ लिया, जिसके बाद पार्टी ने उनकी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है। बता दें कि वो जिला पंचायत की निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं।
13 अप्रैल से होगा नामांकन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी ने साफ कर दियाी है कि संगीता सेंगर की जगह नए उम्मीदवार का नाम जल्द घोषित किया जाएगा।उन्नाव के जिलाध्यक्ष से वार्ड के लिए उम्मीदवारों के नाम मांगे गए हैं। बता दें कि उन्नाव में तीसरे चरण का चुनाव होना है। जिसके लिए 13 अप्रैल से नामांकन दाखिल किए जाएंगे।
कौन है कुलदीप सिंह सेंगर
उन्नाव की अलग-अलग विधानसभा सीटों से कुलदीप सिंह सिंगर चार बार के विधायक रहे हैं। 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर विधायक रहे कुलदीप सिंह सेंगर को साल 2018 में उन्नाव रेप केस में गिरफ्तार किया गया था, इसके बाद बीजेपी ने कुलदीप सिंह सेंगर को अगस्त 2019 में पार्टी से निष्काषित कर दिया था। कुलदीप सिंह सेंगर को कोर्ट से दोषी करार दिए जाने के बाद उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
कांग्रेस से बसपा-सपा में होते हुए भाजपा में आया था कुलदीप
कुलदीप सेंगर की गिनती यूपी के दलबदलू नेताओं में होती है। 4 बार से लगातार विधायक बन रहा कुलदीप कभी चुनाव नहीं हारा। उसने उन्नाव जिले की अलग-अलग सीटों से 3 बार चुनाव जीता। वह 2002 में पहली बार बसपा से सदर, 2007 में सपा से बांगरमऊ और 2012 में भगवंतनगर से चुनाव जीता था। 2017 में उसने भाजपा से बांगरमऊ सीट पर चुनाव जीता था।