सार
शिया मुसलमानों की मजलिस चल रही थी। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कासिमाबाद थाने के दारोगा की यहां ड्यूटी लगाई गई थी। इस दौरान दारोगा ने कुछ युवकों से कहा कि पोस्टर पर धर्मगुरु की फोटो तो हाफिज सईद से मिल रही है।
गाजीपुर (उत्तर प्रदेश). जिले के कासिमाबाद थाना क्षेत्र में बुधवार को मजलिस के ड्यूटी में तैनात एक दारोगा के बयान पर बवाल हो गया। दारोगा ने शिया धर्मगुरु की फोटो आतंकवादी की शक्ल से मिलने की बात कही, जिसके बाद कुछ लोगों ने थाने में घुसकर दारोगा से हाथपाई करने की कोशिश की।
जानकारी के मुताबिक, शिया मुसलमानों की मजलिस चल रही थी। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कासिमाबाद थाने के दारोगा की यहां ड्यूटी लगाई गई थी। इस दौरान दारोगा ने कुछ युवकों से कहा कि पोस्टर पर धर्मगुरु की फोटो तो हाफिज सईद से मिल रही है। यह बात युवकों ने मजलिस में शामिल लोगों से बताई, जिससे भीड़ आक्रोशित हो गई। इसके बाद दारोगा थाने चले गए।
आक्रोशित लोग उनके पीछे पीछे थाने तक पहुंच गए। इस बीच एक युवक उनकी फोटो खींच रहा था, जिसपर दारोगा नाराज हो गए और उसका मोबाइल छीन लिया। इस पर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और पुलिसकर्मी से हाथापाई करने लगे। मामले की जानकारी होते ही क्षेत्राधिकारी महमूद अली ने लोगों को बातचीत के लिए अपने कार्यालय बुलाया।
प्रभारी निरीक्षक पन्नग भूषण ओझा के साथ बातचीत के बाद लोग शांत हुए। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि दारोगा ने किसी दुर्भावना से ग्रस्त होकर यह बात नहीं कही थी, इसे गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।