सार

स्कूल एसोशिएशन का कहना है कि पिछले साल दिसंबर तक स्कूलों में फीस जमा नहीं कराई गई। हालांकि, परीक्षाएं नजदीक आने पर कुछ छात्र फीस जमा करा रहे हैं, फिर भी 50-60 फीसदी छात्रों की बकाया फीस अभी बाकी है।

मुरादाबाद (Uttar Pradesh) । निजी स्कूलों के बाहर 'नो फीस-नो एग्जाम' के पोस्टर लगाए जा रहे हैं, जिनकी अब तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। स्कूल एसोसिएशन की अध्यक्ष का कहा है कि अगर छात्र फीस नहीं देते हैं तो उन्हें परीक्षा में शामिल होने नहीं दिया जाएगा।

60 फीसद स्टूडेंट ने नहीं दी है फीस
स्कूल एसोशिएशन का कहना है कि पिछले साल दिसंबर तक स्कूलों में फीस जमा नहीं कराई गई। हालांकि, परीक्षाएं नजदीक आने पर कुछ छात्र फीस जमा करा रहे हैं, फिर भी 50-60 फीसदी छात्रों की बकाया फीस अभी बाकी है।

शिक्षकों को देने के लिए नहीं हैं पैसे
निजी स्कूलों की एसोसिएशन ने कई स्कूलों के बाहर ये पोस्टर लगाए हैं। स्कूल प्रशासन का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण बीता साल हम सभी के लिए मुश्किलों भरा रहा है। छात्र स्कूल नहीं आ रहे थे और इस वजह से उन्होंने फीस भी नहीं दी। छात्रों के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उन्हें ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं। लेकिन, शिक्षकों को सैलरी देने के लिए हमारे पास पैसे नहीं हैं। अगर छात्र परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं तो बकाया फीस देनी होगी।