सार

प्रयागराज में नौकरी नहीं मिलने की वजह से छात्रों द्वारा सड़क पर उतर योगी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया था। हाल ही में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वीडियो कॉल के जरिए पीड़ित प्रतियोगी छात्रों से बात करी और उनसे प्रयागराज आकर मिलने का वादा किया। 

लखनऊ: प्रयागराज (Prayagraj) में नौकरी नहीं मिलने की वजह से छात्रों द्वारा सड़क पर उतर योगी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया था। सलोरी इलाके में प्रयाग स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर उतर छात्रों ने ट्रैक पर ही डेरा जमा दिया और काफी देर तक प्रदर्शन करते रहे। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को ट्रैक से हटाया और छात्रों को जमकर पीटा। जिसके बाद सभी राजनीतिक दलों ने भाजपा सरकार को निशाना बना लिया। हाल ही में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने वीडियो कॉल के जरिए पीड़ित प्रतियोगी छात्रों से बात करी और उनसे प्रयागराज आकर मिलने का वादा किया। इस दौरान प्रियंका से छात्रों ने खुलकर अपनी आप बीती सुनाई। जिसके बाद प्रियंका गांधी ने कहा, 'हम आपके साथ खड़े हैं, मैं हर मंच से, हर फोरम में आपकी बात उठाऊंगी। डरिए मत, ये सुनिश्चित करिए कि चुनाव आपके मुद्दों पर हो, आपके रोजगार के मुद्दे पर हो। सरकार आपको नौकरी नहीं देती और आप पर दमन भी करती है। अब जब नेता वोट मांगने आएँ तो उनकी जवाबदेही तय करिए।'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को प्रयागराज में छात्रों के निजी लॉज में पुलिस द्वारा तोड़फोड़ का वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए इस घटना की निंदा की थी। उन्होंने प्रशासन पर निशाना साधते हुए इसे दमनकारी कार्रवाई बताई। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि, 'प्रयागराज में पुलिस द्वारा छात्रों के लॉज और हॉस्टलों में जाकर तोड़-फोड़ करना एवं उनको पीटना बेहद निंदनीय है। प्रशासन इस दमनकारी कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाए. युवाओं को रोजगार की बात कहने का पूरा हक है और मैं इस लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ हूं।'

घटना के बाद कुछ वीडियो सामने आए। जिसने भी उस प्रदर्शन में हिस्सा लेकर सड़क पर उपद्रव मचाया था, पुलिसकर्मी हॉस्टल में घुसकर छात्रों को बाहर निकाल रहे थे। रेलवे एनटीपीसी व ग्रुप डी के प्रदर्शन के बाद वीडियो में कोई पुलिसकर्मी बंदूक की बट से दरवाजा तोड़ने का प्रयास करता दिखा तो कोई लातों के जरिए दरवाजा तोड़ता रहा। वीडियो वायरल हुआ तो विपक्षी नेताओं ने वर्तमान सरकार पर जमकर हमला बोला था। ऐसा कहा जा रहा है कि छात्रों के खिलाफ इस बर्बर अत्याचार को तुरंत रोका जाना चाहिए।