सार


प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को पत्र लिखकर महामारी के दौर में प्रदेश की जनता राहत देने के लिए मांग की है। साथ ही राज्य सरकार को पांच सुझाव भी दिए हैं। जिसमें उन्होंने अस्पताल के इलाज के ट्रीटमेंट चार्ज फिक्स करने से लेकर स्कूल फीस का जिक्र किया है। इसके अलावा व्यापारियों राहत देने की मांग भी की है।

लखनऊ, उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से जूझ रही मध्य वर्ग जनता को राहत देने के लिए प्रियंका गांधी ने कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने जनता के हितों और जन कल्याणकारी कदम उठाने के लिए राज्य सरकार के लिए पांच सुझाव भी दिए हैं। 

 'प्रदेश में हाहाकार मचा..सरकार ने नहीं की प्लानिंग'
प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को लिखा पत्र लिखकर कहा कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने राज्य के लाखों लोगों को छीन लिया है। इंस संक्रमण ने जनसाधारण को गंभीर रुप से प्रभावित किया है। प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन सरकार ने इससे निपटने के लिए कोई प्लानिंग नहीं की। यह महामारी विनाशकारी है और सरकारी गैरजिम्मेदारी वाले काम से यह पहाड़ बनकर लोगों पर टूट गई।

1.अस्पतालों के बिल निर्धारित किए जाएं...
प्रियंका गांधी ने कहा कि महामारी के दौरान सरकारी अस्पतालों से ज्यादा निजी अस्पतालों ने मरीजों को ठीक करने के लिए भूमिका निभाई। कई गैर सरकारी हॉस्पटिल ने ईमानदारी से जनसेवा की अच्ची मिसाल पेश की। लेकिन वहीं कई अस्पतालों द्वारा आम जनता से इलाज के लिए मोटी रकम वसूलने की शिकायतें भी आ रही हैं। परिजन मरीजों को सही कराने के लिए जैसे-तैसे पैसा जुटा रहे हैं। भारी भरकम बिल से गरीबों के अपनी जमीन-मकान और गहने बेंचने पड़ रहे हैं। इसलिए सरकार से निवेदन है कि वह निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकर इलाज के लिए सुविधा के हिसाब से उचित की दाम निर्धारित करे। ताकि वह मनमानी करके मरीजों से मोटी रकम नहीं वसूल सकें। ध्यान रखें इसमें ना तो अस्पतालों का नुकसान हो और ना ही मरीजों के परिवार का आर्थिक शोषण हो।

2. महंगाई को सरकार करे कंट्रोल...
 प्रियंका गांधी ने कहा महामारी की वजह से जनता पहले से ही दुखी है। ऊपर से प्रदेश में बढ़ती महंगाई मध्य वर्ग के लिए मुसीबत बन गई है। उनको रोजाना उपयोग में आने वाली  आवश्यक चीजों को खरीदने में मुश्किल आ रही है। जैसे  खाद्य तेल, सब्जियां, फल और घरेलू इस्तेमाल की चीजें बहुत तेजी से महंगाई की चपेट में आई हैं। प्रदेश सरकार दाम बांधने के लिए तुरंत ठोस कदम उठाए।

3.बिजली के बिलों से त्रस्त है जनता...
 प्रियंका गांधी ने कहा-इस मुश्किल घड़ी में जनता के लिए सबसे बड़ी समस्या उनके लिए बिजली के बिल बने हुए हैं। पहले से ही बिल बढ़े हुए आ रहे हैं। अब सुनने में आया है कि राज्य सरकार फिर से बिजली के दाम बढ़ाए जाने की तैयारी कर रही है। आपसे निवेदन है कि बिल में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाए।

4.स्कूल बंद फिर भी फीस का दबाव...
 प्रियंका गांधी ने चौथा सुझाव राज्य सरकार को दिया कि महामारी की वजह से पहले से ही राज्य के सभी स्कूल बंद हैं। लेकिन निजी स्कूल अभिभावकों पर हर महीने फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। वहीं स्कूलों के सामने भी शिक्षकों को वेतन देने का भी संकट है। इसलिए सरकार ऐसी प्लानिंग करे जिससे अभिभावकों को फीस जमा करने से राहत मिले और और स्कूलों का आर्थिक मदद का पैकेज दिया जाए।

5. व्यापारियों को मिले राहत...
प्रियंका गांधी ने राज्य सरकार को पांचवा सुझाव दिया कि प्रदेश में  बंदी की मार झेल रहे प्रदेश के व्यापारी अज्ञैर दुकानदार साथियों को राहत देने के लिए एक खाका तैयार किया जाए, जिसके जरिए उन्हें करों और शुल्क में थोड़ी राहत दी जाए।