सार
रानगरी अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर निधि समर्पण अभियान की रिपोर्ट तैयार हो गई है। इस अभियान के जरिए 90 प्रतिशत जिलों में ऑडिट हो गया है। राममंदिर निर्माण के लिए 15 जनवरी मकर संक्रांति से 27 फरवरी संत रविदास जयंती 2021 तक देश के सभी राज्यों में निधि समर्पण अभियान चलाया गया था।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश की रामनगरी अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए देश भर में चलाए गए निधि समर्पण अभियान की रिपोर्ट लगभग तैयार है। इस अभियान के जरिए ऑडिट हुआ है और देश के 90 फीसदी जिलों में ऑडिट हो गया है। इसमें अब तक 3400 करोड़ रुपए की धनराशि मिलने की जानकारी सामने आई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट जिले के अनुसार अभियान का ऑडिट करवा रहा है। वहीं ट्रस्ट के सूत्रों का कहना है कि फाइनल रिपोर्ट आने के बाद इस धनराशि में बढ़ोत्तरी भी संभव है।
जिले के अनुसार ऑडिट हो रह तैयार
दरअसल राममंदिर निर्माण के लिए 15 जनवरी यानी मकर संक्रांति से 27 फरवरी संत रविदास जयंती 2021 तक देश के सभी राज्यों में निधि समर्पण अभियान चलाया गया था। मंदिर के ट्रस्ट ने 10, 100 व 1000 के कूपन के जरिए देश के हर वर्ग से निधि समर्पण प्राप्त किया था। उसके बाद मार्च 2021 में हुए ऑडिट में ट्रस्ट को 3400 करोड़ प्राप्त हुए थे। ज्यादातर राज्यों का ऑडिट हो चुका है। इतना ही नहीं अलग-अलग राज्य की इकाइयां जिलानुसार अपने स्तर पर ऑडिट करवाकर न्यास की रिपोर्ट उपलब्ध करा रही हैं।
20 हजार चेक हुए थे बाउंस
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि निधि समर्पण अभियान से प्राप्त धनराशि का फाइनल आंकड़ा ऑडिट पूरा होने के बाद ही पता चलेगा। आगे बताया कि मंदिर के लिए बहुत सारे भक्तों ने चेक से भी निधि समर्पण किया था। जिसमें से तकनीकी गड़बड़ियों के चलते करीब 22 करोड़ के करीब 20 हजार चेक बाउंस हो गए थे। इतना ही नहीं करीब 15 हजार से अधिक चेक वापस कर दिए गए थे। इन लोगों से ट्रस्ट की टीम ने बात कर तकनीकी खामियां दूर कराईं निधि समर्पण कराया। यह अभियान भी लगभग पूरा हो चुका है।
निधि समर्पण अभियान की होगी स्टडी
इतना ही नहीं श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए चलाए गए देश के सबसे बड़े निधि समर्पण अभियान की ट्रस्ट की ओर स्टडी भी कराई जाएगी। इसके लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ट्रस्ट के पास प्रस्ताव भी आया था लेकिन ट्रस्ट ने फिलहाल टाल दिया है। ट्रस्ट का कहना है कि किसी भारतीय संस्थान से ही इस अभियान की स्टडी कराई जाएगी। राममंदिर का पूरा निर्माण होने के लिए भक्तगण भी बेसब्री से इंतजार कर रहे है। जल्द ही राम मंदिर का निर्माण हो जाएगा और भगवान राम के भक्त अपने रामलला को उनके स्थान पर देख पाएंगे।
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