सार

यूपी के मेरठ में पुलिस ने आतंक का पर्याय बन चुके 75 हजार के इनामी बदमाश संजीव उर्फ पकौड़ी को मुठभेड़ में मार गिराया। जानकारी के मुताबिक, बदमाश महिला प्रधान की हत्या के इरादे से आया था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे मार गिराया।

मेरठ (Uttar Pradesh). यूपी के मेरठ में पुलिस ने आतंक का पर्याय बन चुके 75 हजार के इनामी बदमाश संजीव उर्फ पकौड़ी को मुठभेड़ में मार गिराया। जानकारी के मुताबिक, बदमाश महिला प्रधान की हत्या के इरादे से आया था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे मार गिराया। बता दें, संजीव पर मेरठ में 50 हजार और बागपत में 25 हजार का ईनाम घोषित था। 

क्या है पूरा मामला 
मुठभेड़ सरूरपुर थाना क्षेत्र में हुई। बताया जा रहा है कि संजीव शनिवार रात अपने तीन साथियों के साथ सरूरपुर गांव की प्रधान कविता की हत्या के इरादे से आया था। बदमाशों ने प्रधान पर हमला भी किया, लेकिन वो बच गईं। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। एसएसपी के निर्देश पर तत्काल जिले में पुलिस की चेकिंग और घेराबन्दी शुरू हो गई। क्राइम ब्रांच और कई थानों की फोर्स को बदमाश की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया।

ऐसे मारा गया बदमाश
इस बीच सरूरपुर गांव से काकेपुर रोड पर बाइक सवार संदिग्ध व्यक्तियों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उन्होंने फायर कर दिया। जबाबी फायरिंग में एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। जिसको तुंरत अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, बाकी फरार होने में कामयाब हो गए। जांच में मृतक की शिनाख्त बदमाश संजीव उर्फ पकौड़ी के रूप में हुई। एसएसपी ने बताया, फरार बदमाशों की तलाश में दबिश दी जा रही है। 

इस वजह से प्रधान को मारने आया था बदमाश 
एसएसपी अजय साहनी ने बताया, संजीव ने पहले प्रधान कविता के पति नीटू की हत्या की थी। जिसके बाद नीटू के भाई प्रविंद्र की भी हत्या कर दी थी। दोनों मामलों में एकलौती गवाह कविता थीं। जिनकी हत्या के इरादे से वो आया था। लेकिन वो बच गईं। संजीव शातिर किस्म का लुटरा व हत्यारा था, जो कुख्यात बदमाश योगेश भदौड़ा के गिरोह से जुडा था। वह कई सालों से फरार चल रहा था। पुलिस से छिपने के लिए वो अपने साथियों के साथ जंगल और खेतों में ठिकाना बनाता था।