सार

मृतक के भाई अनिल कुमार मिश्र ने बीमारी की पुष्टि करते हुए जेल प्रशासन पर इलाज में उदासीनता बरतने का आरोप लगाया है। जेल अधीक्षक एसके पांडेय ने कहा कि मृत्यु के बाद जेल में निरुद्ध बंदियों के हंगामा व तोड़फोड़ करने पर स्थिति पर काबू पाने को जिला प्रशासन को सूचना देकर फोर्स बुला ली गई है। जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।

जौनपुर (Uttar Pradesh) । जिला जेल में बंद कैदी बागेश मिश्र उर्फ सरपंच की शुक्रवार को दोपहर मौत हो गई। मौत की खबर लगने पर आक्रोशित बंदियों ने जेल में हंगामा और तोड़फोड़ शुरू कर दिया है। स्थिति पर काबू पाने को जेल प्रशासन ने भारी पुलिस व पीएसी फोर्स बुला ली है। जेल के अस्पताल में लगाई आगने की खबर है। वहीं, गेट बंद कर पुलिस आंसू गैस में गोले दागे। मृतक के भाई ने जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। 

यह है पूरा मामला
रामपुर थाना क्षेत्र के बनीडीह गांव निवासी बागेश मिश्र (42) की गुरुवार को हालत खराब हो गई थी। इसप उसका जेल के अस्पताल में इलाज चल रहा था। शुक्रवार की दोपहर करीब एक बजे सीने में दर्द सांस फूलने पर हालत नाजुक देखते हुए जेल प्रशासन ने स्वजन को सूचना दिया। साथ ही जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। 

कैदी को थी ये दिक्कत
बागेश मिश्रा जिला अदालत ने पांच जनवरी को हत्या व अनुसूचित जाति उत्पीड़न निवारण एक्ट में दोहरा आजीवन से दंडित किया था। वह जिला जेल में निरुद्ध था। बताते हैं काफी समय से मधुमेह के साथ ही श्वांस संबंधी बीमारी थी। 

भाई ने लगाया लापरवाही का आरोप
मृतक के भाई अनिल कुमार मिश्र ने बीमारी की पुष्टि करते हुए जेल प्रशासन पर इलाज में उदासीनता बरतने का आरोप लगाया है। जेल अधीक्षक एसके पांडेय ने कहा कि मृत्यु के बाद जेल में निरुद्ध बंदियों के हंगामा व तोड़फोड़ करने पर स्थिति पर काबू पाने को जिला प्रशासन को सूचना देकर फोर्स बुला ली गई है। जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।