सार

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान हुए हादसे की जांच करने के लिए पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने गोपनीय तरीके से मंदिर का निरीक्षण कर लोगों से हादसे के बारे में पूछताछ की है। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी। 

वृंदावन: कृष्ण जन्माष्टमी पर ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर की मंगला आरती के दौरान हुए हादसे को लेकर एक जांच कमेटी गठित की गई थी। इस हादसे को लेकर खुफिया विभाग सक्रिय है। कमेटी द्वारा हादसे की जांच कर इसकी रिपोर्ट तैयार करनी है और शासन को 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपनी है। इस हादसे से जुड़े सभी साक्ष्यों को जुटाने के लिए पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह बांकेबिहारी मंदिर पहुंच गए हैं। मंगलवार को आम लोगों की तरह ही वह भी मंदिर पहुंचे हैं। पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने मंदिर में मौजूद लोगों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज भी देखा है।

गोपनीय तरीके से किया गया मंदिर का निरीक्षण
पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने गोपनीय तरीके से बांके बिहारी मंदिर पहुंचकर पांचों गेटों का निरीक्षण किया है। इसके बाद वह सीधे कंट्रोल रूम पहुंचे और वहां से सीसीटीवी फुटेज लिया। उन्होंने मंदिर परिसर में मौजूद लोगों से हादसे के बारे में पूछताछ की है कि मंदिर परिसर में किस तरह से हादसा हुआ। पूछताछ के बाद मंदिर से निकल कर उन्होंने प्रशासिनक अधिकारियों से भी बातचीत की है। बांके बिहारी मंदिर में हुए इस हादसे के बाद सीएम योगी ने पूरे मामले की जांच करने के लिए एक कमेटी गठित की है।

दो श्रद्धालुओं की हुई थी मौत
यह कमेटी पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की अध्यक्षता में गठित की गई है, जिसमें अलीगढ़ के कमिश्नर गौरव दयाल भी शामिल हैं। जन्माष्टमी के दिन मंगला आरती के समय मंदिर में भारी संख्या में भीड़ एकत्र हो गई थी। जिसके कारण मौजूद लोगों का दम घुटने लगा और भगदड़ मच गई। इस हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और 50 से अधिक लोग बेहोश हो कर वहीं गिर गए थे। अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अब इसी हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। यदि इस हादसे में कोई जिम्मेदार पाया जाएगा तो उस पर कार्यवाही की जाएगी।

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