सार

अयोध्या प्रकरण में फैसला आने से पहले सुरक्षा व्यवस्था पूरे प्रदेश में कड़ी कर दी गयी है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियां तैयार कर दी गयी हैं

लखनऊ(Uttar Pradesh ). अयोध्या प्रकरण में फैसला आने से पहले सुरक्षा व्यवस्था पूरे प्रदेश में कड़ी कर दी गयी है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियां तैयार कर दी गयी हैं। सोशल मीडिया व शरारती तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।सोशल मीडिया पर निगरानी की मॉनिटरिंग के लिए डीजीपी मुख्यालय पर टीम का गठन किया गया है। इसके आलावा अयोध्या से सटे हुए जनपद अम्बेडकरनगर में आठ अस्थाई जेल भी बनाई गयी है। 

गौरतलब है कि अयोध्या अयोध्या मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में पूरी हो चुकी है। इस मामले में कभी भी फैसला आ सकता है। 40 दिन तक लगातार चली सुनवाई में दोनों पक्षों के वकीलों ने अपनी दलीलों को पेश किया। जिसको सुनते हुए सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित किया है। माना जा रहा है अगले सप्ताह होने वाली चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के रिटायरमेंट से पूर्व कभी भी ये फैसला आ सकता है। 5 सदस्यीय जजों की पीठ ये फैसला सुनाएगी। 

अम्बेडकरनगर में बनाई गयी आठ अस्थाई जेल 
राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद के फैसले से पूर्व यूपी के सभी जनपदों में सुरक्षा पर नजर रखी जा रही है। अयोध्या से सटे हुए जनपद अम्बेडकरनगर  सुरक्षा कड़ी करते हुए आठ अस्थाई जेल बनाई गयी हैं। विभिन्न थाना क्षेत्रों के आठ स्कूलों को अस्थाई जेल बनाया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है कि अगर फैसले के बाद कोई ऐसी स्थिति बनती है तो लोगों को इन जेलों में रखा जाएगा। अम्बेडकरनगर के अकबरपुर थाना क्षेत्र में 3 तथा टाण्डा, जलालपुर, जैतपुर, भीटी और आलापुर थानाक्षेत्र में एक-एक अस्थाई जेल बनाया गया है। 

40 कंपनियां संभालेंगी यूपी में कानून व्यवस्था
जानकारी के अनुसार,प्रदेश में कानून व्यवस्था संभालने के लिए कुल 40 कंपनियां मुस्तैद रहेंगी। इनमें बीएसएफ, आरएएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी और एसएसबी की कंपनियां शामिल हैं। यह फोर्स 11 नवंबर को राज्य में पहुचेंगी। इस फ़ोर्स के आलावा यूपी पुलिस व पीएसी के जवान भी तैनात रहेंगे। 

कानपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम 
अयोध्या मुद्दे पर फैसले से पहले कानपुर की भी सुरक्षा कड़ी की गयी है। एसएसपी कानपुर अंनतदेव तिवारी के मुताबिक शहर का अमन चैन बनाये रखने के लिए शहर के 204 संवेदनशील ,अति संवेदनशील स्थानों का चयन किया गया है। सभी लोगो को आपसी सद्भावना के साथ रहते हुए हिन्दू मुस्लिम एकता का परिचय देना है। शहर में सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के लिए पुलिस ने चार आईटी सेले बनाई गई है। इसके साथ ही शहर की जनता से अपील की गई है कि फैसला किसी के भी पक्ष में आए लेकिन किसी को खुशी मनाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। 

सोशल मीडिया पर रखी जा रही कड़ी नजर 
आईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार के मुताबिक़ सोशल मीडिया पर निगरानी की मॉनिटरिंग के लिए डीजीपी मुख्यालय पर टीम का गठन किया गया है।आईजी साइबर क्राइम अशोक कुमार सिंह की निगरानी में गठित राज्यस्तरीय टीम में 12 से 14 सब इंस्पेक्टर सोशल मीडिया पर निगरानी रखेंगे। ये सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों की पहचान करेंगे जिन्होंने फेक आईडी बना रखी है और उससे अफवाह फैलाते हैं। पुलिस आईपी एड्रेस के जरिए ऐसे लोगों तक पहुंचेगी।