सार
सिद्धार्थनगर में छात्रा की ओर से छेड़खानी का आरोप लगाए जाने के बाद जेल में बंद अध्यापक की उपस्थिति रजिस्टर में लगती रही। जेल में बंद होने के बाद भी उनका वेतन किसके हस्ताक्षर पर निर्गत हुआ उसकी जानकारी की जा रही है।
सिद्धार्थनगर: बेसिक शिक्षा विभाग में गजब कारनामा सामने आया है। छात्रा से छेड़खानी के आरोप में यहां कपिलवस्तु निवासी एक शिक्षक 22 दिनों से जेल में बंद हैं। हालांकि उनकी हाजिरी लागतार विद्यालय में बन रही है। इस बीच जब विभागीय अधिकारियों की नींद टूटी तो उन्होंने शिक्षक को शनिवार को निलंबित कर दिया। हैरान करने वाली बात है कि हाजिरी की बात छिपाने के लिए विद्यालय के रजिस्टर को भी आनन-फानन में फाड़ दिया गया। जेल में बंद शिक्षक की हाजिरी कैसे लगी और वेतन किसके हस्ताक्षर से निर्गत हुआ इसकी भी जानकारी की जा रही है।
छात्रा की छेड़खानी के बाद पुलिस से हुई थी शिकायत
कपिलवस्तु क्षेत्र के निवासी एक प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक केशवमणि त्रिपाठी पर वहां की एक अनुसूचित जाति की छात्रा की ओर से आरोप लगाया गया था। छात्रा ने 12 फरवरी को छोड़खानी का आरोप लगाया था। उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज होने के बाद विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि उसे क्षेत्र के दूसरे पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरी से संबद्ध कर दिया गया। मामले में पुलिस ने जब उसकी तलाश शुरू की तो वह मौके से फरार हो गया। हालांकि उसकी हाजिरी संबद्ध विद्यालय से बनती रही और वेतन भी निर्गत होता रहा। पुलिस के दबाव के बाद उसने तीन जून को कोर्ट में समर्पण कर दिया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।
तीन जून से जेल में बंद है आरोपित
हैरान करने वाली बात है कि 16 जून से जब नया सत्र शुरू हुआ तो भी उसकी हाजिरी बननी बंद नहीं हुई। बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि आरोपित शिक्षक तीन जून से जेल में बंद है। जेल में बंद होने के बाद भी विद्यालय में रजिस्टर में हाजिरी लगने की सूचना मिलने पर आरोपित को निलंबित कर दिया गया। बताया गया कि विद्यालय के रजिस्टर में हाजिरी लगाए जाने और पन्ना फाड़े जाने की जांच करवाई जाएगी। इसी के साथ वेतन किसके हस्ताक्षर पर निर्गत हुआ इसकी भी जांच की जाएगी।
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