सार
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात में शामिल लोगों की खोज तेज हो गई है। बता दें कि राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का सबसे बड़ा केंद्र बनकर उभरे निजामुद्दीन के मरकज के तार 19 राज्यों से जुड़े हैं। उत्तर में कश्मीर के पुलवामा से सुदूर दक्षिण में अंडमान तक के लोग तबलीगी जमात में शामिल हुए थे।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात में शामिल लोगों की खोज तेज हो गई है। अब तक प्रदेश के अलग-अलग जिलों से 156 जमाती पकड़े गए हैं। ये जमाती 11 मस्जिद और 2 मौलाना के घर में ठिकाना बनाए थे। वहीं, कानपुर में एक जमाती के संदिग्ध कोरोना पॉजिटिव होने की खबर है। हालांकि कि जमातियों को सख्त हिदायत देते हुए क्वारंटाइन किया गया है। साथ ही सभी का सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए लखनऊ भेजा गया है।
आगरा के आठ मस्जिदों में मिले 89 जमाती
आगरा में पुलिस की 12 टीमों ने ऑपरेशन क्लीन के तहत आठ मस्जिदों में छापेमारी की। जहां से 89 लोगों को पकड़ा है। इसके बाद सभी को होटलों में बने शेल्टर होम में 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया। अफसरों का कहना है कि अगर इन लोगों में कोई विदेशी नागरिक मिला तो उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होगी।
कानपुर में मिला कोरोना का संदिग्ध जमात
कानपुर शहर में कोरोना वायरस का संदिग्ध मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। बाबूपुरवा निवासी आरिफ खान में कोरोना के लक्षण दिखने के बाद उसे आनन-फानन में उर्सला अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया है। साथ ही जांच के लिए सैंपल लिया गया है। कोरोना का संदिग्ध दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुआ था।
लखनऊ के तीन मस्जिदों से 23 विदेशी गिरफ्तार
लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में स्थित तीन मस्ज़िदों में 23 विदेशी नागरिकों की पहचान कर प्रशासन ने उन्हें क्वारंटाइन में रखने का निर्देश दिया है। कैसरबाग की मरकज़ मस्जिद में कजाकिस्तान और किर्गिस्तान के 6 नागरिक, मड़ियाव के मुतक्कीपुर गांव की मकवा मस्जिद में बांग्लादेश के 7 नागरिक (जिसमें 3 पुरुष और 4 महिलाएं) और काकोरी के पलिया गांव की जामा मस्जिद में 10 बांग्लादेशी नागरिक मिले। प्रशासन ने इन सभी को और मस्ज़िदों को क्वारंटाइन कराने का निर्देश दिया है। बता दें कि इन मस्ज़िदों के मुतवल्ली ने प्रशासन को विदेशी नागरिकों के रुके होने की जानकारी नहीं दी थी।
हाथरस में एक मस्जिद में मिले 15 जमाती
हाथरस पुलिस ने एक मस्जिद में 15 जमातियों को पकड़ा है। पकड़े गए सभी जमातियों की दिल्ली के जलसे में शामिल होकर लौटने की सूचना है। पुलिस ने सभी जमातियों को सासनी के केएल जैन इंटर कॉलेज में क्वॉरेंटाइन किया है। सूत्रों के मुताबिक, पकड़े गए लोग झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।
जौनपुर में मौलाना के मकान से मिले 14 जमाती
जौनपुर नगर के बेगमगंज (लाल दरवाजा) स्थित एक मौलाना द्वारा लिए गए किराए के मकान से पुलिस ने केंद्रीय खुफिया एजेंसी की सूचना पर कार्रवाई करते हुए 14 बांग्लादेशी और दो भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार की है। पुलिस ने ये कार्रवाई केंद्रीय खुफिया विभाग के इनपुट पर की। इस दौरान किराए के मकान देने वाले केराकत कोतवाली के डेहरी निवासी मौलाना मुजीब अकील के खिलाफ केस दर्ज किया है। सभी कई दिनों से जमात में भाग लेने के लिए आकर ठहरे हैं।
मेरठ में मौलाना के घर से मिले 14 जमाती
मेरठ के काशी में एक मौलाना के घर से 14 जमातियों को पकड़ा गया है। ये जमाती नेपाल, बिहार, दिल्ली और महाराष्ट्र के हैं। इंटेलीजेंस इनपुट के बाद पुलिस ने इन सभी को पकड़ा है। इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्रा के मुताबिक सभी 14 जमातियों को उसी मकान में 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन कर दिया। वहीं सूत्रों की मानें तो कई दिन से ये जमाती कई दिनों से गांव में घूम रहे थे। ग्रामीणों से भी मिले हैं। अगर ऐसे में कोई जमाती कोरोना वायरस से पॉजिटिव निकला तो पूरे गांव पर कहर टूट सकता है।
तबलीगी जमात के मरकज के तार 19 राज्यों से जुड़े
राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का सबसे बड़ा केंद्र बनकर उभरे निजामुद्दीन के मरकज के तार 19 राज्यों से जुड़े हैं। उत्तर में कश्मीर के पुलवामा से सुदूर दक्षिण में अंडमान तक के लोग तबलीगी जमात में शामिल हुए थे।