सार
अलग अलग राजनीतिक दलों के समीकरण की बिगड़ने की बात यहां इसलिए करना जरूरी है क्योंकि पिछले 10 सालों से बहुजन समाज पार्टी के सीट पर विधायक रहे आजमगढ़ के सबसे रईस उम्मीदवार शाह आलम गुड्डू द्वारा बहुजन समाज पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन इसलिए थामा गया।
रवि प्रकाश सिंह
आजमगढ़: 2022 के विधानसभा चुनाव में मुबारकपुर विधानसभा हो सकता है कि इस बार कई पार्टियों के समीकरण बिगड़ते नजर आएं। दरअसल समाजवादी पार्टी ने यहां अखिलेश यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी द्वारा कांग्रेश छोड़कर के बसपा में आए अब्दुल सलाम को अपना प्रत्याशी बनाया गया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने अरविंद जयसवाल को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है। अलग अलग राजनीतिक दलों के समीकरण की बिगड़ने की बात यहां इसलिए करना जरूरी है क्योंकि पिछले 10 सालों से बहुजन समाज पार्टी के सीट पर विधायक रहे आजमगढ़ के सबसे रईस उम्मीदवार शाह आलम गुड्डू द्वारा बहुजन समाज पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन इसलिए थामा गया। जिससे वह समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी घोषित हो और दोबारा इस विधानसभा से चुनाव लड़ करके विधानसभा पहुंचने का काम करें। लेकिन जब पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, तब शाह आलम गुड्डू ने सपा से अब बगावत शुरू कर दी है।
समाजवादी पार्टी से बगावत करने के बाद गुड्डू जमाली असदुद्दीन ओवैसी के साथ हो लिए और ओवैसी ने शाह आलम गुड्डू को मुबारकपुर से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। शाह आलम ने जो हलफनामा दाखिल किया है उस हिसाब से उनके पास डेढ़ अरब की चल संपत्ति और 11.37 करोड़ की अचल संपत्ति है। वही शाह आलम की पत्नी के पास आधा किलो से ज्यादा सोना और लगभग 6 किलोग्राम चांदी मौजूद है। बात करते हैं मुबारकपुर विधानसभा के जातिगत समीकरण की, मुबारकपुर विधानसभा में मुस्लिम मतदाता लगभग 115000 हैं जबकि दलित मतदाता लगभग 78000 हैं। वहीं, यादव मतदाता 65 हजार के करीब चौहान मतदाता लगभग 20000 छत्रिय मतदाता लगभग 10,000 ब्राह्मण मतदाता लगभग 6000 मौर्य मतदाता लगभग 8000 और अनुसूचित जनजाति के लगभग 21000 मतदाता है।
शाह आलम गुड्डू एसएस प्रतिष्ठित व्यवसाई हैं, उनकी कई कंपनियां चलती हैं और उन्होंने पिछले 10 सालों में मुबारकपुर विधानसभा के क्षेत्र में कई परिवारों को अपने कंपनियों और अलग-अलग तरीकों से लोगों की मदद करते रहे हैं। साथ ही साथ शाह आलम गुड्डू जमाली की क्षेत्र में लोकप्रियता भी अच्छी खासी है लिहाजा इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि गुड्डू जमाली मुबारकपुर विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के जीत के समीकरण को बिगाड़ने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं। दूसरी को सबसे बड़ी बात है वह यह है कि ओवैसी की लोकप्रियता वर्तमान समय में आजमगढ़ जिले के मुसलमानों में देखी जा सकती है लिहाजा यह भी मुबारकपुर विधानसभा की जीत और हार का समीकरण तय करने में अपने यहां भूमिका निभाएगी।
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