सार

बीते दिनों बच्चों की जान जोखिम में डाल बस से सफर कराने वाले स्कूल संचालक पर अब परिवहन विभाग प्रबंधन के खिलाफ बड़ा कदम उठाएगा। परिवहन विभाग ने ऐसे स्कूल संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्णय लिया है। 

लखनऊ: पिछले दिनों स्कूल वाहनों को लेकर आई घटनाओं के बाद से अब परिवहन विभाग पहले से सख्त हो चुका है। बच्चों की जान को जोखिम में डालने वाले स्कूल संचालकों पर अब परिवहन विभाग कार्रवाई करने का कदम उठाएगा। इसलिए विभाग ने ऐसे स्कूल संचालकों पर प्राथमिकी यानी FIR दर्ज कराने का निर्णय लिया है। घटना के बाद से संचालकों पर तमाम नोटिस, चालान और जुर्माने के बाद भी अपेक्षाकृत सुधार ने होने की दशा में अब ऐसे स्कूलों को चिन्हित किया जाने का काम शुरू हो चुका है। स्कूलों को चिन्हित कर संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।

राजधानी के अलावा देश में शुरू हुई जांच
परिवहन मुख्यालय के निर्देशों के बाद न केवल राजधानी लखनऊ में बल्कि पूरे देश के स्कूल बसों और वैन की जांच शुरू कर दी गई है। इसके दायरे में वो सभी स्कूल प्रबंधनों के नाम होंगे जो तमाम नोटिस के बाद भी अपने वाहनों को बिना फिट कराए संचालित कर रहे है। ऐसे वाहनों को सूचीबद्ध किया जा रहा है जिसमें खिड़कियों में जाली नहीं, शीशे नहीं, अग्निशमन यंत्र न होने के बावजूद संचालित किए जा रहे हैं।

बीएसए और डीआईओएस को लिखा पत्र
आरटीओ प्रवर्तन संदीप कुमार के मुताबिक जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी इस आशय से पत्र लिखा गया है कि वह ऐसे वाहनों का संचालन रुकवाएं। साथ ही ऐसे स्कूलों पर सख्त कार्रवाई करें। अगर उसके बाद भी कोई नहीं सुनता है तो ऐसे स्कूलों की मान्यता को खत्म करने पर विचार करें। तो वहीं उप परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद का कहना है कि बिना फिटनेस दौड़ रहे स्कूली वाहनों पर सख्ती जारी रहेगी। स्कूल संचालक नहीं मानेंगे तो उन पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। ऐसे स्कूली वाहनों को चिह्नित किया जा रहा है।

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