सार

रेप पीड़िता ने अपने बड़े पिता को खो दिया। उनकी मौत सदमे के कारण हो गई। 13 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मंगलवार को अचानक उनकी तबियत खराब हुई। शहर के राम अस्पताल लेकर गए उसके बाद कहा कि इनको फैजाबाद ले जाइए। टैंपो में लादकर फैजाबाद लेकर निकले लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 

अयोध्या: राम की नगरी अयोध्या में बीते दिनों पहले दरिंदगी की वारदात सामने आई थी। जहां पर 5 साल मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ था। इस रेप कांड में पूरे 13 दिन बीत चुके है लेकिन पुलिस की सुस्त चाल से सामाजिक और राजनैतिक संगठन गुस्से में है। लेकिन अब इस घटना में एक नया मोड़ सामने देखने को मिल रहा है। 5 साल की बच्ची को खो देने से परिवार सदमे में है। इतने दिन हो जाने के बाद कार्यवाही न होने के चलते परिजन सदमें में है। रेप पीड़िता मासूम के बड़े पिता हरिओम पांडेय की मौत सदमे के कारण हो गई है। रेप पीड़िता का इलाज लखनऊ में चल रहा है। इसी दौरान उसके बड़े पिता की मौत हो गई। 

रेप पीड़िता का लखनऊ में चल रहा इलाज
पांच साल की मासूम बच्ची का इलाज लखनऊ में चल रहा है लेकिन इसी दौरान उसके बड़े पिता हरिओम पांडेय की मौत सदमे की वजह से हो गई। मंगलवार को अचानक उनकी तबियत खराब हुई। शहर के राम अस्पताल लेकर गए उसके बाद कहा कि इनको फैजाबाद ले जाइए। टैंपो में लादकर फैजाबाद लेकर निकले लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि बहुत दिनों से गुमसुम रहते थे। उनकी मौत सदमे से हुई है। पूरा परिवार सदमे में है इसी वजह से मंगलवार को उसके बड़े पापा की मौत हो गई। 

प्रस्तुती के बाद ही कानूनी प्रक्रिया होती शुरू
बता दें कि पांच साल मासूम बालिका के साथ रेप के मामले में 13 दिन बीत चुके है। कानूनी प्रक्रिया में भी पुलिस के कई लुज पोल है। इस घटना के बाद 13 दिन बाद चाइल्ड वेलफेयर कमिटी CWC को मामले की जानकारी न देने पर अयोध्या कोतवाली के प्रभारी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है। कमिटी के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी ने बताया पास्को के मामलों दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर सीडब्ल्यूसी को प्रारंभिक आकलन रिपोर्ट पुलिस को प्रस्तुत करनी रहती है। इसी के बाद कमेटी मामले में कानूनी प्रक्रिया शुरू करती है। रिपोर्ट ना मिलने से कमेटी ने स्वता संज्ञान लेकर नोटिस जारी की किया है।

बताते चलें कि 16 मार्च को बैरागी पुरा मोहल्ले में एक भंडारे का आयोजन था, जिसमें मोहल्ले के ही लोग आमंत्रित थे। उस निमंत्रण में 7 साल की मासूम बच्ची गई थी। जिसके साथ टेंट हाउस में काम करने वाला राजन माझी ने जबरदस्ती दुष्कर्म किया। जिसके बाद उस लड़की को जान से मारने की नीयत से गला दबाया गया। पीड़ित बच्ची थोड़ी देर बाद होश में आई और लोगों को जब घटना की जानकारी हुई तो इलाके में आक्रोश फैल गया।

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