सार
पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाईं ने मीडिया को बताया कि छात्रा हत्यारोपी से परिचित थी। वह उससे शादी करना चाहती थी। शुरुआत में तो लड़की के निकट बना रहा, लेकिन बाद में पीछा छुड़ाने लगा। इधर, दोनों परिवारों के बीच भी इस मामले को लेकर तनाव बना।
रायबरेली (Uttar Pradesh)। बीएससी की छात्रा की नृशंस हत्या विवाह से पीछा छुड़ाने के लिए की गई थी। इस वारदात को एक स्टूडेंट ने उसकी सहेली और दो अन्य लोगों लोगों की मदद से अंदाम दिया था। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी, छात्रा की सहेली सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले में अभी एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। इस वारदात में इस्तेमाल वैन, तीन क्लोरोफार्म की शीशी बरामद की है।
हत्यारे से शादी करना चाहती थी छात्रा
पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाईं ने मीडिया को बताया कि छात्रा शिवरतन गंज अमेठी निवासी हत्यारोपी अतुल गुप्ता से परिचित थी। वह उससे शादी करना चाहती थी। अतुल शुरुआत में तो लड़की के निकट बना रहा, लेकिन बाद में पीछा छुड़ाने लगा। इधर, दोनों परिवारों के बीच भी इस मामले को लेकर तनाव बना।
कॉलेज में मारा था थप्पड़
कॉलेज में एक दिन छात्रा को थप्पड़ भी मार आया था। मगर, परिवार और रिश्तेदारों के आपस में पंचायत करा देने से मामला शांत हो गया। इसके बाद भी छात्रा विवाह का दबाव बनाए हुए थी।
इस तरह रची साजिश
एकतरफा प्यार कर रही छात्रा से पीछा छुड़ाने के लिए आरोपी अतुल गुप्ता ने छात्रा की एक सहेली का सहारा लिया। उसने छात्रा के आने-जाने का समय जाना और यह कहा कि वह शादी कर लेगा। इसी धोखे में रखकर वह अपने एक रिश्तेदार के साथ छात्रा की सहेली के बताए गए समय पर कालेज के पास पहुंचा।
इस तरह दिया वारदात को अंजाम
कालेज से शादी का दबाव बनाने वाली छात्रा को एक कार में बैठाकर रायबरेली की ओर चला। रास्ते में ही छात्रा को क्लोरोफॉर्म सुंघा दिया। लड़की बेसुध हुई तो उसके हाथ-पैर और मुंह रस्सी व कपड़ों से बांध दिया। आरोपियों ने पांच लीटर पेट्रोल भी खरीद कर वैन में रख लिया था। फिर प्रयागराज-लखनऊ हाईवे के किनारे हरचंदपुर थाना क्षेत्र में सड़क के किनारे यूकेलिप्टस के बाग में छात्रा को ले जाकर उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और भाग निकले।
सहेली ने दी थी अपहरण की सूचना
गिरफ्तार सहेली ने ही छात्रा के घरवालों को पहले बताया था कि उसका अपहरण हो गया। फिर उसने तीसरी बार अपना बयान बदल दिया। ये सारी बातें मृतका छात्रा के चाचा ने बताई। इधर, पुलिस भी उसी सहेली के बयानों को लेकर पशोपेश में थी। छात्र की उस सहेली तीन और छात्रओं से भी लगातार पूछताछ की गई।
फेसबुक के मैसेंजर से खुला राज
पुलिस ने इस मामले में बयान के आधार पर सलेली पर शक कर रही थी, क्योंकि वह तीन बार बयान बदल चुकी थी। इसी दौरान उसने फेसबुक मैसेंजर से अतुल गुप्ता को संदेश भेजा। इस तरह सर्विलांस व सीसी फुटेज के आधार पर घटनाक्रम का पुलिस ने अनावरण किया। दो युवक और छात्रा की सहेली को गिरफ्तार कर मामले में जेल भेज दिया।