सार
आईजी और एसपी डॉ. विपिन ताडा ने मृतका के घर बाहर चौपाल लगाकर ग्रामीणों से सत्यता जानने की कोशिश की थी। हत्या की पुष्टि हो सके ऐसे कुछ खास सुराग निकल कर सामने नहीं आए। सभी लोग साइमा को मानसिक रूप से बीमार बताकर आत्महत्या की और इशारा कर रहे थे, लेकिन पीएम रिपोर्ट में कुछ और ही सच्चाई सामने आई।
अमरोहा (Uttar Pradesh) । डिडौली के सेंतली गांव में मां और दो बच्चों की मौत का राज पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुल गया है, जिसके मुताबिक महिला की गला दबाकर हत्या की गई थी, जबकि दोनों बच्चों की मौत दम घुटने से हुई। वहीं, अब हत्यारे का सुराग लगाने में पुलिस जुट गई है। बता दें कि वारदात के बाद आईजी रेंज रमित कुमार शर्मा ने मृतका के पति आसिफ समेत कई लोगों से बंद कमरे में पूछताछ की थी। पति ने बताया था कि सायमा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसने इसी कारण उसने आत्महत्या करते हुए इस घटना को अंजाम दिया। इसके अलावा कोई तर्क ऐसा नहीं था कि जिससे घटना की स्थिति स्पष्ट हो सके। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी।
दम घुटने से हुई थी बच्चों की मौत
मजिस्ट्रेट शमीम अहमद की निगरानी में तीन चिकित्सक के पैनल ने तीनों शव के पोस्टमार्टम किए, जिसमें सायमा व उसके दोनों बच्चों की मौत का कारण स्पष्ट हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक सायमा ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी। वहीं, दोनों बच्चों की मौत दम घुटने से हुई है। हालांकि पुलिस ने दोनों बच्चों का बिसरा सुरक्षित रख लिया है।
कमरे में इस तरह मिला था तीनों का शव
साइमा, बेटी नजमुल हुदा, बेटे हैदर अली और पति मोहम्मद आसिफ के साथ रहती थी। एक दिन पहले तीनों की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। पुलिस को दोनों बच्चों के शव डबलबेड के बॉक्स में मिले थे। साइमा का निर्वस्त्र शव कमरे में डबल बेड पर मिला था। टूटी चूड़ियां बरामदे में मिली। साइमा के दाहिने हाथ की उंगलियां में टायलेट लगा था। ऐसे में हत्या और आत्महत्या को लेकर पुलिस उलझी थी।
बंद कमरे में पति ने आईजी से कही थी ये बात
एक दिन पहले आईजी रमित कुमार शर्मा भी गांव सैंतली पहुंचे। जहां उन्होंने घटनास्थल का मौका मुआयन किया। इसके बाद पति समेत कई लोगों से बंद कमरे में पूछताछ की थी। पति आसिफ के मुताबिक सायमा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसने इसी कारण घटना को अंजाम दिया है। इसके अलावा कोई तर्क ऐसा नहीं था कि जिससे घटना की स्थिति स्पष्ट हो सके। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी।
गांव वालों ने चौपाल में इस ओर किया था इशारा
आईजी और एसपी डॉ. विपिन ताडा ने मृतका के घर बाहर चौपाल लगाकर ग्रामीणों से सत्यता जानने की कोशिश की थी। हत्या की पुष्टि हो सके ऐसे कुछ खास सुराग निकल कर सामने नहीं आए। सभी लोग साइमा को मानसिक रूप से बीमार बताकर आत्महत्या की और इशारा कर रहे थे, लेकिन पीएम रिपोर्ट में कुछ और ही सच्चाई सामने आई।