सार
हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। जिसके बाद गांव वाले अन्य को बचाने दौड़ पड़े। मलबे को हटाकर उसके नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला गया। इस हादसे में रामनरेश पांडेय उनके बेटे रामेंद्र भाई गोकरण, उन्नाव के फतेहपुर चौरासी थाने के गांव शाहपुर खुर्द निवासी साढ़ू राजेश व खानपुर निवासी साला राजकिशोर सभी को देर रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरावन ले जाया गया। जिसमे कई लोगों की जान बच भी गई।
हरदोई (Uttar Pradesh) । तेज आंधी-पानी आने की वजह से गिरे पक्के मकान की दीवार के मलबे में दबकर चार लोगों की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब घर में चल रहे रामायण पाठ में शामिल हुए थे। मरने वालों में वह शख्स भी शामिल था, जिसके जनेऊ संस्कार के लिए धार्मिक आयोजन किया गया था। वहीं, गुरुवार को जब सभी के शव घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। यह घटना मढिया गांव में बुधवार की देर शाम की है।
यह है पूरा मामला
रामनरेश पांडेय के बेटे रामेंद्र व शैलेन्द्र का जनेऊ संस्कार शुक्रवार को होना था। घर के बाहर बरामदे में रामचरित मानस का पाठ का आयोजन किया गया था। देर शाम को भोजन करके सभी लोग रामायण पाठ सुन रहे थे। इसी दौरान रात करीब आठ बजे आंधी के साथ तेज बारिश होने लगी। जिसमें रामनरेश के घर की पक्की दीवार भरभरा कर गिर गई। वहां मौजूद पांच लोग मलबे में दब गए। जिसमे दब कर रामेन्द्र, उसके बाबा गोकरन, मामा मझिलके मिश्रा, मौसा राजेश की मौत हो गई है। जबकि पिता रामनरेश की हालत गंभीर है। उसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
गांव वालों ने किया रेस्क्यू
हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। जिसके बाद गांव वाले अन्य को बचाने दौड़ पड़े। मलबे को हटाकर उसके नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला गया। इस हादसे में रामनरेश पांडेय उनके बेटे रामेंद्र भाई गोकरण, उन्नाव के फतेहपुर चौरासी थाने के गांव शाहपुर खुर्द निवासी साढ़ू राजेश व खानपुर निवासी साला राजकिशोर सभी को देर रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरावन ले जाया गया। जिसमे कई लोगों की जान बच भी गई।