सार

वृंदावन में भेष बदलकर रह रहे इनदोनों बांग्लादेशी युवकों से पुलिस ने दो दिन पूछताछ किया। इनमें एक आठ वर्ष और दूसरा सात वर्ष पहले यहां आया था। दोनों ने दिल्ली में फर्जी कागजात पर आधार कार्ड, वोटर कार्ड और पासपोर्ट बनवा लिया था।
 

मथुरा (Uttar Pradesh) । मथुरा में साधु की भेष में रह रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह दोनों वृंदावन में 7-8 साल से साधु बनकर रह रहे थे। दो दिन पूछताछ के बाद इन्हें जेल भेज दिया गया है। साथ ही पूछताछ की रिपोर्ट लखनऊ भेजी गई है। बता दें कि दोनों वृंदावन में दोनों साधु का भेष बनाकर भजन-कीर्तन किया करते थे। युवकों ने अपने नाम चैतन्य देव उर्फ देव राय तथा मनरंजन राय उर्फ माधव दास बताए हैं।
 
पूछताछ में यह बात आई सामने

वृंदावन में भेष बदलकर रह रहे इनदोनों बांग्लादेशी युवकों से पुलिस ने दो दिन पूछताछ किया। इनमें एक आठ वर्ष और दूसरा सात वर्ष पहले यहां आया था। दोनों ने दिल्ली में फर्जी कागजात पर आधार कार्ड, वोटर कार्ड और पासपोर्ट बनवा लिया था।

2015 में गए थे बांग्लादेश
करीब आठ वर्ष पहले दिल्ली से चैतन्य देव राय वृंदावन आ गया और उसके एक वर्ष बाद मनरंजन राय भी वृंदावन में ही आकर मंदिर में रहने लगा। वृंदावन में ही रहते हुए यह दोनों मई 2015 में परिवार से मिलने बांग्लादेश गए और करीब एक माह रुकने के बाद वापस वृंदावन आ गए। 

इस तरह पहुंचे थे वृंदावन
खुफिया विभाग को दोनों ने बताया कि दिल्ली के मंदिर के एक गुरुजी बांग्लादेश गए थे, वहां वह संपर्क में आए। गुरुजी के कहने पर वह लोग जलपाईगुड़ी के मंदिर और दिल्ली होते हुए वृंदावन आ गए। गुरुवार रात और शुक्रवार को दिन भर खुफिया विभाग के साथ ही इंटेलीजेंसी ब्यूरो और विशेष प्रकोष्ठ ने पूछताछ की।

ऐसे हुए गिरफ्तार
एसएसपी शलभ माथुर को पांच दिन पहले शिकायत मिली थी कि वृंदावन के परिक्रमा मार्ग के इमलीतला के सेवाकुंज मंदिर में दो बांग्लादेशी रह रहे हैं। शिकायत पर खुफिया विभाग ने पड़ताल की, तो पता चला कि सात वर्ष से दो युवक रह रहे हैं। पहले कई दिन तक यहां खुफिया पुलिस ने गोपनीय जानकारी की। गुरुवार शाम दोनों युवकों को दबोच लिया। युवकों ने अपने नाम चैतन्य देव उर्फ देव राय तथा मनरंजन राय उर्फ माधव दास बताए हैं।