सार
उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर में चकेरी गांव पास रेलवे ट्रैक पर दो मौसेरे भाई मोबाइल फोन में इतने मग्न थे कि दोनों को ट्रेन का हार्न सुनाई नहीं दिया। इस बीच ट्रेन की चपेट में आकर दोनों की मौत होने से दो परिवारों में कोहराम मच गया। ग्रामीणों में दोनों के मोबाइल गेम खेलने की चर्चा है।
कानपुर: प्राचीन काल में एक मोबाइल तक नही हुआ करता था, जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। समय बीतने के साथ-2 अविष्कार होता गया लेकिन आज का समय इतना आगे बढ़ गया है कि लोग अपना ज्यादातर समय फोन में ही व्यतीत कर रहे है। बड़े बुजुर्गों के साथ साथ बच्चे भी कुछ कम नही है। विभिन्न प्रकार के गेम के आ जाने से उनको उसका नशा सा लग चुका है। खाते,पीते, जागते, उठते, बैठते बस मोबाइल में गेम ही खेलना रहता है। जिसकी वजह से कानपुर में दो बच्चों की मौत हो गई। शहर के चकेरी में दो मौसेर भाइयों के लिए मोबाइल पर गेम खेलना काल बन गया। शुक्रवार की शाम दोनों गेम में इतने मस्त थे कि रेलवे ट्रैक पर आ रही ट्रेन की आवाज तक नहीं सुनाई दी जिसकी वजह से दोनों ने अपनी जान खो दी। ग्रामीणों पर चर्चा है कि फोन पर गेम खेलने से मौत हुई।
चकेरी पुलिस ने दी घरवालों को सूचना
कानपुर के चकेरी में दो मौसेरे भाइयों के लिए मोबाइल गेम काल बन गया। शुक्रवार की शाम दोनों के कदम रेलवे ट्रैक पर थे और हाथ में मोबाइल फोन था। दोनों की खेल में इतने मग्न थे कि ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी। अचानक ट्रेन के आने से दोनों भाइयों की जान चली गई और दो परिवारों के इकलौते चिराग बुझ गए। इस हादसे के बाद चर्चा रही कि दोनों मोबाइल पर फ्री फायर गेम खेलने के आदी थे और हादसे के समय भी संभवता मोबाइल पर गेम ही खेल रहे थे। इस घटना पर चकेरी पुलिस ने दोनों के घरवालों को सूचना दी तो कोहराम मच गया।
मौसेरा भाई रहता था पड़ोस में
चकेरी गांव का निवासी मजदूर रामदेव कुरील का 15 साल का बेटा आर्यन आठवीं का छात्र था। उसके परिवार में पत्नी मीरा और छोटी बेटी मीठी है। परिजनों ने बताया कि रामदेव की पत्नी की बड़ी बहन सुमन भी उनके परिवार के साथ पड़ोस में ही रहती है। पति की मौत होने के बाद से वह मजदूरी करके 16 साल बेटे अंशू और दो बेटियों का पालन पोषण कर रही थी। अंशू कक्षा 10 का छात्र था। दोनों के परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की शाम करीब सात बजे अंशू और आर्यन घर के पास स्थित रेलवे ट्रैक पार करके शौच करने गए थे। वहां से लौटते वक्त वह दोनों ट्रैक के बीच से आ रहे थे। तभी अचानक ट्रेन के आने से दोनों की कटकर मौत हो गई। इसकी जानकारी अहिरवां चौकी प्रभारी तरुणराज पांडेय ने बताया कि ट्रेन की चपेट में आने से दो मौसेरे भाइयों की मौत हुई है।
दोनों के कानों में लगा था ईयरफोन
इस हादसे पर चकेरी के गाम्रीणों में चर्चा है कि अंशू के पास स्मार्ट फोन था। जिसमें दोनों भाई फ्री फायर या पबजी जैसे गेम खेला करते थे। इस हादसे के वक्त भी दोनों मोबाइल देखते हुए रेलवे ट्रैक पर चलते आ रहे थे। दोनों के कानों में ईयरफोन लगा हुआ था जिसकी वजह से ट्रैक पर आ रही ट्रेन का हार्न सुनाई नहीं दिया। इससे ट्रेन की चपेट में आकर उनकी मौत हो गई। ऐसा संभव है कि वे मोबाइल फोन पर फ्री फायर गेम खेल रहे थे। दोनों भाइयों के परिवार ने बताया कि दोनों किशोर अपने-अपने घरों के एकलौते बेटे थे। हादसे में दोनों की मौत की सूचना पर घर में कोहराम मच गया है।
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