सार

एटीएस ने पकड़े इन आरोपियों के नाम मोहम्मद जमील उर्फ हारिशुल्ला और नूर अमीन हैं। दोनों आरोपी मूल रूप से म्यांमार के रहने वाले रोहिंग्या मुस्लिम हैं। मोहम्मद जमील कुछ समय पहले अवैध तरीके से बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए पश्चिम बंगाल में एंट्री ली थी। उसने पश्चिम बंगाल में भारतीय नाम मोहम्मद जमील नाम से फर्ज़ी भारतीय पहचान पत्र बनवा लिए थे।

लखनऊ (उत्तर प्रदेश). यूपी एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल के कोलकाता से दो रोहिंग्या मुस्लिम को गिरफ्तार किया। जो कुछ समय पहले अवैध तरीके से बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए पश्चिम बंगाल में दाखिल हुए थे। दोनों पर आरोप है कि वह  बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं के लिए फर्जी दस्तावेज बनवा रहे थे।

अवैध रोहिंग्या मुस्लिमों की करा रहे थे एंट्री
एटीएस ने पकड़े इन आरोपियों के नाम मोहम्मद जमील उर्फ हारिशुल्ला और नूर अमीन हैं। दोनों आरोपी मूल रूप से म्यांमार के रहने वाले रोहिंग्या मुस्लिम हैं। मोहम्मद जमील कुछ समय पहले अवैध तरीके से बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए पश्चिम बंगाल में एंट्री ली थी। उसने पश्चिम बंगाल में भारतीय नाम मोहम्मद जमील नाम से फर्ज़ी भारतीय पहचान पत्र बनवा लिए थे। जिसमें उसने अपने आप को पहचान पत्र में 24 परगना जिले के निवासी बताया था। आरोपी इतना बड़ा शातिर निकला कि खुद के फर्जी पहचान बनाने के बाद वह अवैध रोहिंग्या मुस्लिमों के भारतीय पहचान पत्र बनाने का काम भी कर रहा था।

नूर अमीन ने बताया खुद को हिंदू बताया ये नाम
वहीं यूपी एटीएस ने जिस अवैध रोहिंग्या मुस्लिम नूर अमीन को गिरफ्तार किया है उसने भी अपने भारत की अपनी पर्जी पहचान बनवा ली थी। जिसमें उसने अपने पहचान पत्र में अपने आपको फर्जी भारतीय हिंदू बताया था। जिसमें उसका नाम सुदीप मैती बताया साथ ही बंगाल के नदिया जिले का निवासी बताया।

दोनों को एटीएस ने लिया कस्टडी रिमांड पर
बता दें कि यूपी एटीएस ने दोनों को कस्टडी में लेकर पूछाताछ करेगी। ताकि इस सिंडिकेट से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी लेकर उनको भी गिरफ्तार किया जाए। अभी तक यूपी में 20 से ज्यादा अवैध रोहिंग्या मुस्लिमों की गिरफ्तारी की है जो यूपी में अलग-अलग जिले में फर्जी पहचान बनाकर रह रहे थे। गिरफ्तार मोहम्मद जमील कुछ समय उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भी रह चुका है।