सार

इनका कहना था कि मास्क में नीम के पत्ते लगाने से फायदें होंगे। सांस लेने में भी कोई तकलीफ नहीं हो रही है। वे कहते हैं कि नीम एक औषधि पेड़ है, इससे कई तरह की बीमारियां दूर होती हैं। अब इस मास्क को लगाने से उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत नहीं होती है और स्वच्छ हवा उनको मिलती है।

लखनऊ  (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क ही सबसे बेहतर उपाय बताया जा रहा है। ऐसे में कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहीं हैं, जो तुलसी और नीम के पत्ती से तैयार की गई है। हैरानी की बात तो यह है कि इसे जिसमें लपेटकर रखा गया है उसका इस्तेमाल जानवरों के लिए किया जाता है। जिसे खोंचा या जाबी कहते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मास्क को पहनने वालों से जब पूछा गया कि यह मास्क कहां से मिला तो उसका जवाब था अस्पताल से।

 

लखीमपुर के महेंद्र सिंह ने बताया लाभ
लखीमपुर खीरी के बगरेठी गांव निवासी महेंद्र सिंह का मास्क इंटरनेट मीडिया पर वायरल है। जानवरों के मुंह पर बांधे जाने वाली जाबी के अंदर नीम की पत्तियां डालकर महेंद्र मास्क के रूप में उपयोग कर रहा है। जब उससे पूछा गया कि यह मास्क कहां से मिला तो उसका जवाब था अस्पताल से। साथ ही उनका कहना था कि मास्क में नीम के पत्ते लगाने से फायदें होंगे। सांस लेने में भी कोई तकलीफ नहीं हो रही है। वे कहते हैं कि नीम एक औषधि पेड़ है, इससे कई तरह की बीमारियां दूर होती हैं। अब इस मास्क को लगाने से उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत नहीं होती है और स्वच्छ हवा उनको मिलती है।

 

साधु ने पहना तुलसी और नीम की पत्ती का मास्क
सीतापुर के बस स्टैंड के पास एक साधु इससे पहले हर्बल मास्क पहनकर घुमते देखे गए थे। उनका मास्क नीम और तुलसी की पत्तियों से बना है। इस दौरान उन्होंने बताया कि तुलसी और नीम में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इसी कारण उन्होंने जो मास्क पहना है, वह बाकी मास्क की तुलना में यह मास्क ज्यादा असरदार साबित होगा।