सार

मंगलवार की देर रात उन्नाव में दलित किशोरी हत्याकांड मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। स्वाट टीम ने 48 घंटे में ही कर दिया। एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि माता-पिता ने पड़ोसियों को फंसाने के लिए बेटी की हत्या करने का षड़यंत्र रचा था। 

उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली दलित किशोरी हत्याकांड मामले का मंगलवार देर रात एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि माता-पिता ने पड़ोसियों को फंसाने के लिए बेटी की हत्या करने का षड़यंत्र रचा था। पिता ने बेटी को माइन स्टोन पिलर पर पटक कर मौत के घाट उतार प्राइवेट पार्ट को भी चोटिल कर दिया। पड़ोसी विधवा से पिता पर बंधक बना शारीरिक शोषण का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की जा रही थी। जिसके चलते पिता ने फंसाने के नियम से मां को शामिल कर बेटी को मौत के घाट उतार दिया था।

बेटी का इलाज कराकर माता-पिता हुए थे परेशान
एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि किशोरी का पिता तीन माह पहले गांव की ही रहने वाली विधवा को नौकरी दिलवाने के बहाने उसे ले गया था। विधवा ने गांव वापस लौटने के बाद किशोरी के पिता ध्रुव पर आरोप लगाया कि फिरोजाबाद ले जाने के बाद कमरे पर बंधक बनाकर शारीरिक शोषण करता रहा। पीड़िता विधवा ने पुलिस में शिकायती पत्र देकर लगातार ध्रुव पर कार्रवाई की मांग उठा रही थी। जिससे ध्रुव गांव के बजाए माखी थाना क्षेत्र के कोरारी कला गांव में रहने लगा था। तीन जून को किशोरी की मां राजरानी मायके गई थी। विधवा व उसके परिजनों को फंसाने के लिए ध्रुव व उसकी पत्नी राजरानी ने बेटी को मार कर फंसाने का षड़यंत्र रच डाला क्योंकि मृतका किशोरी को दौरा पड़ने से कई घंटे बेहोश रहती थी। उसका इलाज करवाकर माता पिता परेशान थे। 

फसाने के लिए प्राइवेट पार्ट को किया चोटिल
पांच जून को साले की बाइक लेकर ध्रुव व उसकी पत्नी राजरानी भिखारीपुर रुल्ल गांव पहुंचे। जहां राजरानी को छोड़ने के बाद  ध्रुव गांव स्थित दूसरे घर पर रुक गया। जहां ऊपर नीचे दो कमरे बने हुए हैं। छह जून को शाम घर पहुंचा और बेटी से कहा कि आलमपुर रेतवा गांव में रहने वाली मौसी ने बुलाया है। राजरानी के सामने पति ध्रुव बेटी को लेकर आलमपुर रेतवा गांव पहुंचा। जहां उसने  माइन स्टोन के पिलर पर बेटी का सिर पटक कर मौत के घाट उतार दिया और पड़ोसियों को दुष्कर्म मामले में फंसने के लिए बेटी के प्राइवेट पार्ट को भी चोटिल कर दिया। दो परिवारों में काफी दिनों से चल रहे विवाद के चलते प्रतिशोध लेने को लेकर वारदात को अंजाम दे डाला है।

घटनास्थल पर चप्पल मिलने से खुला राज
सोमवार सुबह घटनास्थल पर ध्रुव के चप्पल पड़े मिले थे। चप्पल मिलने पर मां राजरानी ने बेटे शिवा को भेज घटनास्थल से चप्पल उठवा कर घर मंगवा लिया था। पुलिस ने पूछताछ कि तो राजरानी ने बताया कि बेटी की मौत के बाद से पति ध्रुव के रोने बिखलने के दौरान चप्पल छोड़ आया था। मगर चप्पल रात को ही वह घटनास्थल पर छोड़ कर गांव स्थित दूसरे घर चला आया था। सूत्रों की मानें तो 5 जून की रात आरोपित पिता ध्रुव का मोबाइल 8.20 मिनट पर बंद हो जाता है। उसके बाद देर रात 12.50 मिनट पर ऑन किया जाता है। करीब चार घंटे तक मोबाइल बंद रहता है। 8.20 मिनट पर जब मोबाइल बंद होता है, तो उसकी लोकेशन फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र के हुलासी कुआ के पास मिलना बताया जा रहा है।

हत्याकांड में पति के साथ शामिल थी पत्नी
पति ध्रुव अपनी बेटी को शाम को ही मां राजरानी के सामने ले गया था। रात पति धु्रव ने बेटी की हत्या कर दी थी। जानकारी होने के बाद पत्नी राजरानी ने पुलिस को रात में ही बेटी के लापता होने की सूचना दे दी। जबकि राजरानी मामले में पूरी तरह से शामिल थी। उधर राजरानी का कहना है कि बेटी के लापता होने की पति धु्रव को भी सूचना दी थी। मगर वह पूरी रात गांव स्थित दूसरी मकान पर मौजूद रहा और जब बेटी का शव मिल गए। उसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचा था। घटना बेहद उलझी हुई थी इसके लिए स्वाट टीम को लगाया गया। आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह बांगरमऊ पहुंची उनके पहुचने के पहले ही स्वाट टीम खुलासे के करीब थी। सराहनीय कार्य पर स्वाट प्रभारी प्रदीप कुमार समेत पूरी टीम को दस हजार का इनाम दिया है। इसके साथ ही बांगरमऊ एसएचओ समेत पूरे पुलिस बल को जमकर फटकारा।

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