सार
Asianet News ने शादियों को लेकर एक सीरीज 'भयंकर शादियां' शुरू की है। इसमें हम उन शादियों के बारे में बात करेंगे, जिनका अंजाम बेहद बुरा या फिर चौंकाने वाला रहा। आठवीं कड़ी में हम उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुए एक ऐसे ही केस के बारे में बता रहे हैं।
Tragic Wedding: शादी जैसा रिश्ता वैसे तो जन्म-जन्मांतर का होता है, लेकिन कई बार ये रिश्ता अंजाम तक पहुंचने से पहले ही टूट जाता है। शादी टूटने की वजह वैसे तो दूल्हा-दुल्हन में आपसी मनमुटाव, दहेज की मांग या फिर लड़का-लड़की में किसी न किसी कमी को माना जाता है, लेकिन कई बार इसकी वजह कुछ और ही होती है। Asianet News ने शादियों को लेकर एक सीरीज 'भयंकर शादियां' शुरू की है। इसमें हम उन शादियों के बारे में बात करेंगे, जिनका अंजाम बेहद बुरा या फिर चौंकाने वाला रहा। इस सीरीज की आठवीं कड़ी में 3 साल पहले उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुए एक ऐसे ही केस के बारे में बता रहे हैं।
जगह-उन्नाव (उत्तर प्रदेश), तारीख 18 मई, 2019
उन्नाव के पुरवा गांव की रहने वाली एक लड़की की शादी लखनऊ के पिपरसन गांव के रहने वाले एक युवक से तय हुई थी। 18 मई, 2019 को दूल्हा बरात लेकर दुल्हन को ब्याहने गांव पहुंचा। घरातियों की ओर से बरात का जमकर स्वागत-सत्कार किया गया। पहले बरात को जनमासे में रुकवाया गया, जहां चाय-नाश्ते के बाद सभी बराती शादी की अगली रस्म द्वार चार के लिए तैयार हुए।
द्वारचार के लिए दुल्हन के घर पहुंचा दूल्हा :
बरात लगने के बाद दूल्हा और उसके कुछ रिश्तेदार द्वारचार की रस्म के लिए दुल्हन के घर पहुंचे। यहां दुल्हन के घर के सामने विधि-विधान से द्वारपूजा हुई। इसके बाद जयमाल की रस्म हुई और बाद में दूल्हे और बरातियों को भोजन कराया गया। भोजन के बाद सभी जनमासे चले गए, जहां विवाह की अगली रस्म चढ़ाव का इंतजार करने लगे।
देर रात शुरू हुई चढ़ाव की रस्म :
थोड़ी देर बाद दुल्हन पक्ष की ओर से दूल्हे और बरातियों को संदेश भिजवाया गया कि चढ़ाव की तैयारी पूरी हो चुकी है। आप सभी लोग वहां पहुंचे। चढ़ाव की रस्म में ज्यादातर दूल्हा नहीं जाता, क्योंकि यह रस्म खासकर दुल्हन के लिए ही होती है। चढ़ाव की रस्म देर रात 1 बजे के बाद शुरू हुई, जिसमें लड़कीवाले दुल्हन को लेकर मंडप में पहुंचे।
जब चलती पूजा के बीच ही नाराज हो गई दुल्हन :
पूरे विधि-विधान के साथ पंडित ने चढ़ाव की रस्म शुरू की। इसी बीच, दुल्हन को कुछ ऐसी चीज दिख गई कि उसका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। इसके बाद तो दुल्हन दूल्हे के घरवालों और रिश्तेदारों पर भड़क उठी। इतना ही नहीं, बात इतनी बढ़ गई कि दुल्हन ने बरात को लौट जाने के लिए कहा और शादी से ही साफ इनकार कर दिया।
आखिर ऐसा क्या हुआ कि भड़क गई दुल्हन :
दरअसल, जब चढ़ाव की रस्म चल ही रही थी, तभी दुल्हन ने देखा कि दूल्हे के घरवाले उसके लिए जो चूड़ियां लाए हैं वो काले रंग की हैं। शादी जैसे शुभ मौके पर दुल्हन को काली चूड़ी नहीं दी जाती। यहां तक तो फिर भी ठीक था, लेकिन उसके लिए लाए गए जेवर भी टूटे-फूटे और कम थे, जिसे देख दुल्हन खुद को रोक नहीं पाई और बरातियों को खरी-खोटी सुनाने लगी। काफी समझाने के बाद दुल्हन किसी तरह शादी के लिए तैयार हुई।
किसी तरह मानी भी तो सुबह फिर भड़क उठी :
किसी तरह मनाने के बाद दुल्हन तैयार हुई और भांवर और शादी की दूसरे रस्में हुईं। इसके आद अगले दिन सुबह विदाई का वक्त आया। इस दौरान दुल्हन को ससुराल पक्ष से आए जेवर पहनाए जाने थे। जब घर की औरतें दुल्हन को जेवर पहना रही थीं तो उनमें कई टूटे-फूटे निकले। इससे एक बार फिर दुल्हन भड़क गई। इस बार तो दुल्हन के पिता का गुस्सा भी सातवें आसमान पर पहुंच गया। दुल्हन और उसके पिता ने विदाई से मना करते हुए पुलिस को शिकायत कर दी। पुलिस ने बीच में हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों को समझाया लेकिन दुल्हन एक न मानी और आखिर में दूल्हे और बरातियों को बैरंग ही लौटना पड़ा।
ये भी देखें :
भयंकर शादियां: क्या पता था दुल्हन की मौत एक ढोकले से हो जाएगी, बहुत दर्दनाक हुआ..
भयंकर शादियां: जयमाल के वक्त दूल्हे की बॉडी में एक हरकत देख खराब हो गया दुल्हन का मूड