सार

मामले के बाद से हड़कंप मच गया है और बंदी की धर पकड़ के लिए पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच तक जुट गई। फिलहाल कोतवाली पुलिस ने फरार बंदी समेत लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

बरेली: यूपी पुलिस की लापरवाही के तमाम किस्से सामने आते रहते हैं। कभी मारपीट के तो कभी पीड़ितों की अनसुनी करने के। लेकिन आज कल पुलिस की गिरफ्त से आरोपियों के फरार होने का कई मामले सामने आने लगे हैं। जिला जेल में पेशी पर आया दुष्कर्म का आरोपित बंदी कोर्ट में पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। पुलिस को उसके भागने की भनक तक नहीं लगी। शाम को जब जेल में बंदियों की गिनती शुरू हुई तो जेल प्रशासन को पता चला। बीते कुछ दिनों पहले लखनऊ के अस्पताल में इलाज के लिए आया कैदी भी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। 

मामले के बाद से हड़कंप मच गया है और बंदी की धर पकड़ के लिए पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच तक जुट गई। फिलहाल कोतवाली पुलिस ने फरार बंदी समेत लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

फरार आरोपी के ऊपर अपहरण कर दुष्कर्म का मामला दर्ज 
बदायूं के सुंदरनगर निवासी बंदी सुरेंद्र कुमार बरेली के भुता थाना क्षेत्र के एक गांव में अपने बहनोई के पास रहता था। इसी दौरान सुरेंद्र 2021 में गांव की एक नाबालिग लड़की को लेकर भाग निकला था। जिसके बाद थाना भुता में उसके खिलाफ अपहरण कर दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। इस दौरान नाबालिग को पुलिस ने बरामद कर आरोपित सुरेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। 

बंदियों की गिनती के दौरान हुई जानकारी
आरोपित के खिलाफ कोर्ट में आरोप तय हो गए थे। बताया जाता है कि बुधवार को सुरेंद्र की पेशी थी और वह अन्य बंदियों के साथ जिला जेल से कोर्ट में पेशी पर आया था। पेशी के दौरान ही वह पुलिस को चकमा देकर वहां से भाग निकला। पुलिस को इस मामले की जानकारी तब हुई जब शाम को जेल में पहुंचे बंदियों की गिनती हुई तो सुरेंद्र गायब मिला। जिसके बाद अफसरों में हड़कंप मच गया और मामले की जानकारी जेल प्रशासन ने एसएसपी को दी। जिसके बाद कोर्ट के सीसीटीवी कैमरों में उसकी तलाश की गई लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा।

पुलिस ने छुपाए रखा मामला
फिलहाल बंदी के भागने का यह मामला जिला जेल के साथ पुलिस अफसरों ने दबाए रखा। बंदी सुरेंद्र की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें और क्राइम ब्रांच को लगाया। इस दौरान एक टीम सुरेंद्र के बदायूं स्थित घर पहुंची लेकिन वहां अब कोई नहीं रहता। उसके बाद गुरुवार देर रात पुलिस ने इस मामले में बंदी सुरेंद्र और लापरवाह अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि फरार बंदी और लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। बंदी की गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही हैं। फिलहाल पुलिस बंदी की तलाश में उसके घर, रिश्तेदारों और परचितों के यहां दबिश दे रही है।
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