सार
पुलिस ने 304आईपीसी और 3/4 विस्फोटक अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया हैं। फॉरेंसिक टीम की जांच में यह खुलासा हुआ है। घटना में 8 लोगो को बचाया गया। वहीं एक महिला की मौत हो गई थी। फिलहाल आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम की गठन कर दिया गया है।
मेरठ: लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र में सोमवार को हुए धमाके में नई बात निकलकर सामने आई है। बारूद की वजह से धमाके की बात सामने आई है। दरअसल घर में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे जिस वजह से यह हादसा हुआ। बता दें गैस सिलेंडर फटने की वजह से धमाके होने की बात सामने आई थी।
फिलहाल मामले में 304आईपीसी और 3/4 विस्फोटक अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया हैं। फॉरेंसिक टीम की जांच में यह खुलासा हुआ है। घटना में 8 लोगो को बचाया गया। वहीं एक महिला की मौत हो गई थी। फिलहाल आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम की गठन कर दिया गया है।
इस तरह हुई थी घटना
लिसाड़ीगेट के समर गार्डन के 60 फुटा रोड पर ये हादसा हुआ था। धमाका इतना जबरदस्त था कि मकान तक गिर गया और घर में मौजूद सदस्य मलबे में दब गए और इतना ही नहीं बगल के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए थे। धमाका होते ही पूरे इलाके में अफरातफरी का माहौल बन गया। वहां पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी और मौके पर पहुंची पुलिस की टीम बचाव और राहत में जुट गई। बता दें कि जेसीबी की मदद से मकान का लिंटर काटकर मलबे में दबे लोगों को निकाला गया।
सिलेंडर फटने की वजह से धमाके की बात आई थी सामने
इस मामले में ये माना जा रहा है कि कई परिवार के लोग मलबे के अंदर दबे हुए है। इस को लेकर सीओ अरविंद चौरसिया का कहना है कि 'अभी तक जानकारी में आया कि सिलेंडर फटने से धमका हुआ है। हालांकि पटाखे बनने की भी जानकारी मिल रही है। फिलहाल मलबे में दबे लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। उसके बाद धमाके की जांच की जाएगी।'
धमाका इतना तेज़ था की कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए
धमाके के कारण 3 मकान जमींदोज हो गए, जबकि आसपास के 6 मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे। धमाके के वक्त घर में करीब 10 लोग मौजूद थे। जिसमें 6 बच्चे भी हैं। पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन करके अब तक 3 लोगों को मलबे से बाहर निकाला है। एक की मौत हो गई है। जबकि दो लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे थे।