सार

 तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर लगने से कामिनी बाइक से गिर गई। ट्रक कामिनी के ऊपर से निकल गया। मेरी पत्नी मेरे सामने तड़प-तड़प कर मर गई। उसके शरीर में कुछ नहीं बचा था। वहीं, दूर जाकर गिरी मेरी बच्ची रो रही थी।

फिरोजाबाद: हैरान कर देने वाला सड़क हादसा सामने आया है जिसमें गर्भवती युवती के पेट के ऊपर से ट्रक गुजर गया। महिला का पेट फट गया और बच्ची गर्भ से बाहर आ गई। हैरान करने वाली बात यह है कि इस हादसे में बच्ची सही सलामत है। वहीं महिला के शरीर के कई टुकड़े हो गए हैं। फिलहाल डॉक्तरों के मुताबिक बच्ची की हालत पहले से ठीक है। 

मायके जा रहे थे दंपत्ति
आगरा जिले के धनौला का रहने वाला रामू बुधवार को पत्नी कामिनी के साथ बाइक से ससुराल जा रहा था। उसकी ससुराल फिरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र स्थित वजीरपुर कोटला में है। उसने बताया कि 'पत्नी 9 माह की प्रेग्नेंट थी। उसने मुझसे बुधवार सुबह बोला कि, मायके घुमा लाइए। मायके वालों की याद आ रही है। बच्चा होने के बाद 4 महीने तक नहीं जा पाऊंगी। मैं उसको बाइक से घर से 9 बजे निकला। घर से ससुराल की दूरी 40 किलोमीटर होगी।

मां तड़प के मर गई, बच्ची रो रही थी
पति रामू ने आगे बताया कि कुछ देर चलने के बाद कामिनी ने चाय के लिए बोला। हम लोगों ने ढाबे पर चाय पी। उसके बाद मुश्किल से 5 किलोमीटर आगे बढ़े होंगे, तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर लगने से कामिनी बाइक से गिर गई। ट्रक कामिनी के ऊपर से निकल गया। मेरी पत्नी मेरे सामने तड़प-तड़प कर मर गई। उसके शरीर में कुछ नहीं बचा था। वहीं, दूर जाकर गिरी मेरी बच्ची रो रही थी। हादसे के बाद मेरे होश उड़ गए। मैं अपनी पत्नी को देख रहा था। तब उधर से गुजर रहे लोगों ने मेरी बच्ची को उठाया। मैं उसे लेकर वहीं बैठा था। तब कुछ भले लोग उसे लेकर जिला अस्पताल गए। एंबुलेंस आने के बाद मैं पत्नी के शव के साथ अस्पताल पहुंचा। वहां मैंने अपने परिवार के लोगों को बताया, कामिनी अब नहीं रही। शादी को 3 साल हुए थे। यह हम लोगों को पहला बच्चा है।"

परिवार में मचा कोहराम, चाचा की हुई मौत
इस हादसे की खबर सुनते ही सदमे से महिला के कैंसर पीड़ित चाचा कालीचरन की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि चाचा काफी दिनों से बीमार थे। इसलिए पहले कामिनी की मौत के बारे में उनको नहीं बताया गया था।

बच्ची की हालत पहले से ठीक
जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एलके गुप्ता ने बताया कि बच्ची अब पहले से बेहतर है। गिरने से की वजह से उसे धमक लगी है। उसके पेट में अंदरूनी चोट आई है। गुरुवार सुबह बच्ची को दूध दिया गया है। जब तक वह दूध को पचा नहीं लेती तब तक अस्पताल में ही रहेगी।

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