सार
सिरफिरे ने बहू और बेटे को बंधक बनाने के बाद इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। बड़ी मशक्कत के बाद डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार बातचीत कर उसको समझा सके। तब वह घर के भीतर दाखिल हुए और तत्काल आरोपी को हिरासत में लेकर बेटे-बहू को बचाया। आरोपी मानसिक तनाव में था। बता दें कि इस दौरान पुलिस ने एक गोली भी नहीं चलाई।
कानपुर: बिकरू कांड को याद दिला देने वाली एक और घटना सामने आई है। रविवार को श्याम नगर सी ब्लॉक में आरके दुबे नाम का व्यक्ति पुलिसकर्मियों पर अपनी दोनाली बंदूक से ताबड़तोड़ फायरिंग करते नजर आया। छर्रे लगने से दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। दो घंटे में सिरफिरे ने छत से 40 राउंड फायर झोंक डाले।
मानसिक तनाव में था आरोपी
सिरफिरे ने बहू और बेटे को बंधक बनाने के बाद इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। बड़ी मशक्कत के बाद डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार बातचीत कर उसको समझा सके। तब वह घर के भीतर दाखिल हुए और तत्काल आरोपी को हिरासत में लेकर बेटे-बहू को बचाया। आरोपी मानसिक तनाव में था। बता दें कि इस दौरान पुलिस ने एक गोली भी नहीं चलाई।
बेटे व बहू में चल रहा था विवाद
पुलिस के मुताबिक आरके दुबे का बेटे सिद्धार्थ व बहू भावना से विवाद चल रहा है। रविवार को किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। दोपहर करीब एक बजे भावना ने पुलिस को फोन कर सूचना दी। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो आरके दुबे ने छत से फायरिंग शुरू कर दी। वहीं लगातार घर के अंदर चीख पुकार की आवाज सुनाई दे रही थी।
पुलिस ने आरोपी को समझाया
जानकारी होने पर डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार, एडीसीपी पूर्वी राहुल मिठास, एसीपी कैंट, एसीपी कोतवाली समेत छह थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा। इस दौरान रुक-रुककर आरोपी फायरिंग करता रहा। दूसरी तरफ डीसीपी पूर्वी उसको समझाने में जुटे रहे।
आरोपी के पास बरामद हुए 40 खोखे
करीब दो घंटे बाद पुलिस घर के भीतर दाखिल हुई। आरके दुबे से असलहा लेने के साथ ही उसे दबोच लिया। कमरे में बंद बेटे बहू को बाहर निकाला। आरोपी के पास से पुलिस को 50 कारतूस मिले और करीब 40 खोखे बरामद किए। आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पड़ोसियों के घरों को भी बनाया निशाना
आरके दुबे ने पड़ोसियों के घरों को भी निशाना बनाया। तीन चार मकानों पर गोलियां चलाईं। पुलिसकर्मी उस पर काबू पाने के लिए आसपास के घरों की छत पर चढ़ रहे थे। ऐसे में जिधर पुलिस वालों को देखता गोली चला देता।