सार
पीएमओ ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश मामले की जांच करने का आदेश दिया है। शिकायतकर्ता महेश श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने विद्वेष की भावना से कई जिलों का भुगतान रोका हुआ है। शिकायतकर्ता ने जांच की मांग की थी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के लेटर के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। अपर मुख्य सचिव के ऊपर लगातार कार्रवाई की तलवार लटक रही है। पहले ट्रांस्फर में हुई गड़बड़ी के बाद अब अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय में की गई है।
विद्वेष की भावना से जिले का भुगतान रोकने का आरोप
मामले में संज्ञान लेते हुए पीएमओ ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश मामले की जांच करने का आदेश दिया है। शिकायतकर्ता महेश श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने विद्वेष की भावना से कई जिलों का भुगतान रोका हुआ है। शिकायतकर्ता ने जांच की मांग की थी। इसके बाद पीएमओ ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए जांच करने का आदेश दिया है।
तबादलों में गड़बड़ी पर सीएम योगी ने लिया था संज्ञान
बीते दिनों उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के तबादलों में गड़बड़ी पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया। एसीएस हेल्थ अमित मोहन प्रसाद की अगुवाई में हुए तबादलों पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के लिखे गए पत्र के बाद हुई जांच में भयंकर गड़बड़ियां सामने आई हैं इसपर मुख्यमंत्री योगी ने रिपोर्ट तलब की। उन्होंने आदेश दिया है कि सभी रिपोर्ट की सीएस डीएस मिश्र और एसीएस अवनीश अवस्थी और संजय भूसरेड्डी की समीक्षा करेंगे और दो दिन में सीएम योगी को रिपोर्ट सौंपेंगे।
डिप्टी सीएम ने तबादलों के बाद जताई थी नाराजगी
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के तबादलों पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सवाल उठाए थे। 30 जून को हुए तबादलों को लेकर भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक से लौटे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने 4 जुलाई को तबादलों को लेकर कड़ी नाराजगी जताते हुए स्थानांतरण नीति का पालन न होने की बात कही थी। उन्होंने अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद से पूरी तबादला सूची विवरण सहित तलब की है।