सार

नोएडा में विद्युत नगरीय वितरण खंड तृतीय के अधिशासी अभियंता तरुण कुमार पाठक पर आरोप लगा था कि उन्होंने ढाई करोड़ रुपये लेकर बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए बहुमंजिला भवन में नियम विरुद्ध तरीके से बिजली का कनेक्शन दिया।

लखनऊ: यूपी में अधिशासी अभियंता को ढाई करोड़ रुपये घूस लेने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। विद्युत नगरीय वितरण खंड तृतीय नोएडा के अधिशासी अभियंता रहे तरुण कुमार पाठक को बर्खास्त किया गया है। उन पर नोएडा में तैनाती के दौरान बिल्डर को लाभ पहुंचाने का गंभीर आरोप है।
 
जांच में दोषी पाए जाने पर हुई कार्रवाई
अभियंता पाठक को प्रथमदृष्टया दोषी पाए जाने के बाद जुलाई 2021 में ही निलंबित करके विस्तृत जांच कराई गई। इसमें दोषी पाए जाने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। 

नोएडा में विद्युत नगरीय वितरण खंड तृतीय के अधिशासी अभियंता तरुण कुमार पाठक पर आरोप लगा था कि उन्होंने ढाई करोड़ रुपये लेकर बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए बहुमंजिला भवन में नियम विरुद्ध तरीके से बिजली का कनेक्शन दिया।

मामला संज्ञाम में आने के बाद किया गया था निलंबित
इस मामले में उत्तरदायी मानते हुए पाठक को छह जुलाई 2021 को निलंबित करके प्रबंध निदेशक पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ से संबद्ध कर दिया गया। 

उनके विरुद्ध 12 जुलाई को अनुशासनिक जांच का जिम्मा मुख्य अभियंता पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ को सौंपा गया। जांच समिति ने पाठक 21 सितंबर को 10 बिंदुओं वाला आरोप पत्र सौंपा।

10 आरोपों में से नौ सही पाए गए
उप्र पावर कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष एम देवराज ने बताया कि निलंबित अधिशासी अभियंता पाठक पर लगे 10 आरोपों में से नौ सही पाए गए और वे सभी गंभीर प्रकृति के हैं। 

साथ ही उन्होंने बताया कि आचरण नियमावली का भी उल्लंघन किया है। ऐसे में उन्हें सेवा से बर्खास्त करने के साथ ही निगम को हुए चार लाख 66 हजार 764 रुपये की वसूली भी की जाएगी।

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