सार
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के प्रमाण पत्र की हमें आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को विभागीय मंत्री होने नाते तबादले पर सवाल करने या अधिकारी से जवाब मांगने का अधिकार है।
लखनऊ: ब्रजेश पाठक के लेटर वायरल मामले में बयानबाजी जारी है। एक तरफ विपक्ष से सपा पार्टी के मुखिया ने मंगलवार को सवाल उठाए थे। जिसके जवाब में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने तो कुछ नहीं कहा लेकिन दूसरे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने अखिलेश यादव को नसीहत दे डाली। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के प्रमाण पत्र की हमें आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को विभागीय मंत्री होने नाते तबादले पर सवाल करने या अधिकारी से जवाब मांगने का अधिकार है। अखिलेश यादव ने स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों में हुई अनियमितता पर सवाल उठाए थे।
'अखिलेश यादव को समझना चाहिए कि अब वह मुख्यमंत्री नहीं'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनता ने नकार दिया है। विधानसभा में केवल दो सदस्य हैं और विधान परिषद कांग्रेस मुक्त हो गई है। कांग्रेस को एसआईटी की जांच की मांग करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को समझना चाहिए कि अब वह मुख्यमंत्री नहीं पूर्व मुख्यमंत्री है। सपा भी हार का चौका लगा चुकी है। उन्होंने कहा कि यदि कहीं कोई शिकायत मिली तो जांच कराई जाएगी।
अखिलेश ने ब्रजेश पाठक मामले पर साधा था निशाना
बीते शनिवार को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक द्वारा उठाये गए स्वास्थ्य विभाग के तबादलों पर सवाल को लेकर अखिलेश यादव ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम लखनऊ छोड़कर गए और जब वापस आये तो पता लगा कि उनसे बिना पूछे ही ट्रांसफर हो गए। सरकार में भ्रष्टाचार, अन्याय चरम पर है, सरकार में कुछ ऐसी ताकतें हैं जो पीछे से चला रही हैं। 100 दिन की यही उपलब्धि है, ये वो डिप्टी सीएम है जिन्होंने सबसे ज्यादा छापा मारा, जहां जहां गए कमियां दिखी लेकिन किसी पर कार्रवाई नही की। अखिलेश ने कहा 5 साल 100 दिन की उपलब्धि ये है कि सरकार को कोई पीछे से चला रहा है।
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