सार

राजधानी उपकेंद्र में तैनात संविदा लाइनमैन मुराली निषाद (45) की करंट लगले से मौत हो गई। मुराली ने फोन पर शटडाउन लिया और 11 हजार की लाइन का जंपर जोडऩे पोल पर चढ़ गया। जैसे ही उसने तार पकड़ा पहले से प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आकर नीचे गिर गया। 

गोरखपुर: यूपी में बिजली विभाग की लापरवाही के चलते लाइनमैन की मौत हो रही है।  संविदा लाइनमैन मुराली निषाद (45) की करंट लगले से मौत हो गई। मुराली ने फोन पर शटडाउन लिया और 11 हजार की लाइन का जंपर जोडऩे पोल पर चढ़ गया। जैसे ही उसने तार पकड़ा पहले से प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आकर नीचे गिर गया। जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। फिलहाल पत्नी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। 

राजधानी उपकेंद्र में तैनात संविदा लाइनमैन मुराली निषाद (45) की करंट लगले से मौत हो गई। मुराली ने फोन पर शटडाउन लिया और 11 हजार की लाइन का जंपर जोडऩे पोल पर चढ़ गया। जैसे ही उसने तार पकड़ा पहले से प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आकर नीचे गिर गया। 

लाइन जोड़ने से पहले फोन से लिया था शटडाउन
खोराबार थाना क्षेत्र के रामपुर डाड़ी निवासी मुराली निषाद राजधानी उपकेंद्र पर संविदा पर लाइनमैन था। राजी जगदीश और अन्य गांवों की बिजली गुल हो गई तो मुराली निषाद राजी जगदीशपुर गांव के बागेश्वरी टोला पर पहुंचा। उसके साथ एक अन्य युवक भी था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मुराली ने फोन से शटडाउन लिया और विशेष चप्पल के सहारे बिना सीढ़ी पोल पर चढ़ गया।

सिर के बल नीचे गिरने से हुई मौत
सिर के बल नीचे गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। स्वजन के साथ पहुंची पत्नी ने काफी देर तक शव नहीं उठने दिया। शव ले जाने को लेकर गांव वालों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई

पत्‍नी की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा
पत्नी की तहरीर पर राजधानी उपकेंद्र के जेई सत्येंद्र कुमार, स्थायी लाइनमैन रामदुलारे, संविदा एसएसओ आदित्य सिंह और कर्मचारी विजय कुमार के खिलाफ झंगहा थाने में गैर इरादतन हत्या व मशीनरी के संबंध में उपेक्षापूर्ण आचरण की धाराओं में एफआइआर दर्ज कर ली गई है।

पर‍िवार के एक सदस्‍य नौकरी का आश्वासन
मुराली के परिवार में पत्नी के अलावा बेटी सुमन, बेटा नीरज, पंकज और शोभा हैं। सुमन की शादी हो चुकी है। उपखंड अधिकारी चौरी चौरा जितेंद्र नाथ ने बताया की मुराली बिना शटडाउन लिये पोल पर चढ़ गया था।

चौरी चौरा के विधायक श्रवण निषाद ने स्वजन से मुलाकात की और मदद का भरोसा दिया। चौरी चौरा खंड के अधिशासी अभियंता मनीष झा ने स्वजन को 25 हजार रुपये नकद दिया। उन्होंने पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया है।

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