सार
UP-TET 2021 की परीक्षा रद्द होने के बाद योगी सरकार विपक्ष के जमकर हमला बोला। आप सांसद संजय सिंह ने लिखा- उत्तर प्रदेश के नौजवानों देखो आपके भविष्य के साथ कैसे खिलवाड़ किया जा रहा है। आदित्यनाथ जी जिन्ना का पेपर ‘हल’ करने में व्यस्त हैं,इस बीच लाखों छात्रों के रोज़गार से जुड़ी TET की परीक्षा का पेपर लीक हो गया।
लखनऊ: UP-TET 2021 की परीक्षा रद्द होने के बाद योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। निष्पक्ष और पारदर्शी व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, मायावती और संजय सिंह जैसे नेताओं ने परीक्षाओं में भ्रष्टाचार को लेकर योगी सरकार को घेरा है।
सरकार में परिक्षा रद्द होना आम बात- अखिलेश
वहीं, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी लीक मामले पर ट्वीट कर जमकर बरसे, उन्होंने लिखा- UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोज़गार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है। उप्र शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है। बेरोज़गारों का इंक़लाब होगा बाइस में बदलाव होगा!
भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट बीजेपी सरकार की पहचान- प्रियंका
वहीं इस पूरे मामले पर कांग्रेस महासचिव व यूपी प्राभारी प्रियंका गांधी ने एक वीडियो ट्वीट कर लिखा- भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया। उन्होंने सीएम योगी को ट्वीटर पर टैग करते हुए लिखा- हर बार पेपर आउट होने पर योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है।
सीएम जिन्ना का पेपर हल करने में व्यस्त- संजय सिंह
आप सांसद संजय सिंह ने लिखा- उत्तर प्रदेश के नौजवानों देखो आपके भविष्य के साथ कैसे खिलवाड़ किया जा रहा है। आदित्यनाथ जी जिन्ना का पेपर ‘हल’ करने में व्यस्त हैं,इस बीच लाखों छात्रों के रोज़गार से जुड़ी TET की परीक्षा का पेपर लीक हो गया।
माया ने बीजेपी- सपा पर साधा निशाना
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी यूपी टेट की पेपर लीक होने का मुद्दा उठाया उन्होंने लिखा- जिस प्रकार सपा सरकार में नकल आम बात होती थी, उसी प्रकार भाजपा सरकार में भी पेपर लीक होने से यूपी में शिक्षकों की भर्ती के लिए आज की उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का रद्द हो जाना अति-गंभीर मामला। करीब 21 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ उचित नहीं।
जांच की मांग उठी
साथ ही उन्होंने यूपी सरकार से इस ताजा घटना को पूरी गंभीरता से लेकर इसकी अति-शीघ्र उच्च-स्तरीय जाँच कराने और दोषियों को सख्त कानूनी सजा सुनिश्चित कराने की मांग की। बता दें रविवार को दो पालियों में यूपी शिक्षक पात्रता UPTET की परीक्षा होनी थी जिसमें 19 लाख 99 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होना था लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर के लीक होने की खबर आ गई। आनन-फानन में इस परीक्षा को निरस्त कर दिया गया। वहीं यूपी एसटीएफ को जांच सौंप दी गई। एसटीएफ ने इस मामले में अबतक 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।