सार
यूपी में वाहन चेकिंग के नाम पर पुलिस द्वारा आम जनता से किए जा रहे दुर्व्यवहार की खबरों के बाद डीजीपी ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने अधिकारियों को कागजात चेक करने के लिए वाहन न रोकने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पुलिसकर्मी सिर्फ यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लाइसेंस चेक करें।
लखनऊ(UTTAR PRADESH ). यूपी में वाहन चेकिंग के नाम पर पुलिस द्वारा आम जनता से किए जा रहे दुर्व्यवहार की खबरों के बाद डीजीपी ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने अधिकारियों को कागजात चेक करने के लिए वाहन न रोकने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पुलिसकर्मी सिर्फ यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लाइसेंस चेक करें।
गौरतलब है कि यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने चेकिंग के नाम पर पुलिस कर्मियों द्वारा वाहन चालकों के उत्पीड़न और दुर्व्यवहार की शिकायतों के मद्देनजर ये अहम फैसला लिया है । इस संबंध में प्रदेश के सभी जोन के एडीजी, रेज के आईजी व डीआईजी के साथ ही आईजी यातायात को निर्देश भेज दिए गए हैं।
पुलिस कर्मियों द्वारा चेक किए जा रहे बीमा और प्रदूषण के कागजात: डीजीपी
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि चेकिंग के नाम वाहन चालकों के उत्पीड़न आदि की शिकायतों पर पहले भी सख्त निर्देश जारी किए गए थे। इसके बावजूद भी ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि पुलिस कर्मी प्रदूषण, पंजीकरण प्रमाण पत्र और बीमा आदि के कागज चेक कर रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।
सड़क अनुशासन को बेहतर बनाने के लिए निर्देशों का करें पालन: डीजीपी
डीजीपी ने कहा कि यातायात का अच्छे ढंग से संचालन और सड़क अनुशासन को बेहतर बनाने के लिए ये निर्देश जारी किए गए हैं। सड़क यातायात के लिए जारी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने के लिए सभी संबंधितों को निर्देश भी दिए जा चुके हैं। डीजीपी ने अधिकारियों से कहा कि वे व्यक्तिगत रुचि लेकर अपने अधीन अधिकारियों व कर्मचारियों से इन निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराएं।