सार
प्रियंका गांधी की हिरासत के बाद अब 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल के साथ लखीमपुर खीरी जाएंगे राहुल गांधी
लखनऊ : यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद सियासत लगातार तेज है। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के विरोध में बने माहौल को भुनाने कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी के नेता कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी लखीमपुर खीरी पहुंच रहे हैं। जहां वे हिंसा के पीड़ित किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगे।
राहुल गांधी के नेतृत्व में जाएगा कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल
राहुल ऐसे समय में लखीमपुर खीरी जा रहे हैं, जब उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पुलिस की हिरासत में हैं। जानकारी के मुताबिक, राहुल बुधवार दोपहर 12 बजे के करीब अपने चार्टर्ड प्लेन से लखनऊ जाएंगे। फिर सड़क मार्ग से लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे। यहां वे मृतक किसानों के परिवारों से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही राहुल सीतापुर में प्रियंका गांधी से भी मिलेंगे। उनके साथ कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल भी रहेगा।
देश का संविधान खतरे में है - राहुल गांधी
इससे पहले लखीमपुर खीरी की घटना पर राहुल गांधी ने कहा था कि किसानों को गाड़ी से कुचलने वाले केंद्रीय मंत्री के पुत्र को हिरासत में नहीं लिए जाने का मतलब है कि देश का संविधान खतरे में है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी एक सच्ची कांग्रेसी हैं और डरने वाली नहीं हैं। उनका सत्याग्रह जारी रहेगा।
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जांच के लिए SIT भी गठित
इधर, लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की जांच के लिए सरकार ने SIT का गठन कर दिया है। 6 सदस्यीय SIT की टीम पूरे मामले की जांच करेगी। आईजी रेंज लखनऊ लक्ष्मी सिंह ने SIT जांच की घोषणा करते समय कहा कि पूरी घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को नामजद आरोपी बनाया गया है। लखीमपुर खीरी में इंटरनेट सेवा बहाल हो गयी है, लेकिन पाबंदियां अभी भी लागू है, शहर में मंगलवार को स्थिति धीरे धीरे सामान्य होती नजर आई।
क्या है पूरा मामला
3 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे के बाद हिंसा में चार किसानों समेत 9 लोगों की जान चली गई थी। आरोप है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनू के बेटे आशीष की गाड़ी ने किसानों को रौंदा है। सोमवार को विपक्षी दलों के नेताओं ने लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के पहरे के आगे सफल नहीं हो सके। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा समेत अन्य नेताओं को भी लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत नहीं दी गई। फिलहाल, मामले में तिकूनिया थाने की पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। इसके अलावा, सरकार ने मरने वाले किसानों के परिवारों को 40-40 लाख रुपए मुआवजे और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है। प्रशासन की सहमति के बाद शवों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है।
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