सार
पुलिस ने बताया कि मंदिर की जमीन को लेकर मंहत और भू-माफियों के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। इससे निपटने के लिए और आरोपियों को झूठा फंसाने के लिए पुजाने प्रधान के साथ मिलकर यह झूठी साजिश रची थी।
गोंडा. उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक सप्ताह पहले पुजारी को गोली मारने के मामले में चौंकने खुलासा हुआ है। पुजारी की करतूत जानकर पुलिस से लेकर सरकार तक को शॉक्ड है। राम जानकी मंदिर के पुजारी सीताराम दास पर जानलेवा हमले में शामिल में महंत समेत 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जहां पता चला की पुजारी ने खुद अपने ऊपर गोली चलवाई थी।
MP से शूटर बुलाकर खुद पर चलवाई थी गोली
मामले की जांच कर हे पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि इस मामले की सच्चाई तक पहुंचने के लिए हमने एएसपी महेंद्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी। जब शुरूआती जांच की तो हमको पुजारी पर शक हुआ। फिर जांच में सामने आया कि इस घटना की साजिश महंत सीताराम दास और तिर्रेमनोरमा के प्रधान विनय सिंह ने मिलकर रची थी। जिसके तहत एमपी से शूटर बुलावाए गए थे, जिनके साथ पूरी प्लानिंग की थी।
इसलिए पुजारी ने प्रधान के साथ रची झूठी साजिश
पुलिस ने बताया कि मंदिर की करीब 120 बीघा जमीन है जिसका विवाद मंहत और अमर सिंह के बीच लंबे समय से चला आ रहा है। वहीं प्रधान विनय आने वाले पंचायत चुनाव में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए अमर सिंह को फंसाना चाहता था। जिसके तहत उन्होंने यह झूठी साजिश रची थी, इस प्लानिंग में विनय सिंह के दो बेटे और महंत सीताराम दास शामिल थे।
पुजारी का पुलिस की निगरानी में चल रहा इलाज
पुलिस ने सभी सातों आरोपी महंत सीताराम दास, प्रधान विनय सिंह, मुन्ना सिंह, विपिन द्विवेदी, सोनू सिंह, शिवशंकर सिंह व नीरज सिंह पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया है। वहीं इस साजिश में शामिल राम जानकी मंदिर के पुजारी सम्राट दास का पुलिस की देखरेख में लखनऊ की अस्पताल में इलाज चल रहा है।