सार


हाथरस केस में मृतका के भाई ने मानवाधिकार संगठन की बातचीत में  खुलासा किया है कि उससे सीबीआई ने पूछा था कि तुमने अपनी बहन को मारा है। जहां भाई ने कहा-अगर मुझे मारना होता तो उसे घर में मार देता खेत क्यों ले जाता।

हाथरस (उत्तर प्रदेश). हाथरस कांड की सीबीआई जांच कर रही है। जिसके तहत अधिकारियों ने एक बार फिर पीड़िता के परिवार से सवाल-जबाव किए। पूछताछ में मृतका के भाई से पूछा कि कहीं तुमने तो नहीं अपनी बहन को मार डाला? भाई ने कहा कि अगर मैं अपनी बहन को मारता तो उसे थाने लेकर क्यों जाता।

मानवाधिकार के सामने किया यह खुलासा
दरअसल, 4 नवम्बर यानि बुधवार को मानवाधिकार के संगठन पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टी का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़िता के परिवार के पास जाकर मिला था। इस मुलाकात के दौरान पीड़िता के भाई ने यह चौंका देने वाला खुलासा किया है।

सीबीआई ने भाई से पूछे थे ये सवाल...
बता दें कि पिछले 25 दिन से हाथरस की 19 साल की दलित युवती की हत्या के मामले में सीबीआई इस मामले में आरोपी और पीड़ित परिवार से पूछताछ कर रही है। बुधवार के दिन  CBI ने युवती की मां और उसके भाई को अपने कैंप कार्यालय बुलाकर करीब तीन घंटे लंबी पूछताछ की थी। जब अधिकारियों ने पूछा कि तुमने तो ही बहन को नहीं मारा? तो भाई ने कहा कि कोई अपनी बहन की इस तरह हत्या करता है क्या। अगर मारना होता तो घर मारकर चुपचाप से शव दफना देते उसे खेत में लेकर क्यों जाते। हमारी बहन ने अपने अंतिम समय में पुलिस को दिए बयान में गांव के ही चार लड़कों नाम लिए हैं।

सीएम योगी की सिफारिश पर हो रही CBI जांच
जब काफी दिनों तक यूपी सरकार की किरकिरी हुई और हंगामा हुआ तब कहीं जाकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इस दौरान सीबीआई जेल में बंद चारों आरोपियों से पूछताछ कर चुकी है। इतना ही नहीं पीड़ित परिवार और गांव के लोगों से भी पूछताछ हो चुकी है।इस मामले में शुरुआत से ही कई तरह के बयान सामने आए हैं। अभी तक जांच ऐजेंसी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।

(पीड़ित परिवार से पुलिस पूछताछ करती हुई-फाइल फोटो)

पीड़िता की हड्डी तोड़ने साथ काट दी थी जीभ
बता दें कि  14 सितंबर को  हाथरस  जिले के बुलगड़ी गांव में 4 लोगों ने 19 साल की दलित युवती से कथित गैंगरेप किया था।आरोपियों पर आरोप लगा था कि उन्होंने लड़की की हड्डी तोड़ने के साथ उसकी जीभ काट दी थी। जहां दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान  29 सितंबर को पीड़ित की मौत हो गई। हालांकि  बाद में चारों आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन यूपी पुलिस ने पीड़िता के साथ रेप होने की पुष्टि नहीं की थी।