सार
आईएमसी (इत्तेहादे मिल्लत कॉउंसिल) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा (Tauqeer Raza) ने हिजाब पर हो रही महाभारत को लेकर सवाल किया कि हमारे हिजाब से इन्हें अपत्ति है तो घूंघट से क्यों नही? इसके साथ ही उन्होंने जीन्स और शॉर्ट्स पहनने पर भी ऐतराज जताया।
लखनऊ: कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब को लेकर विवाद (Hijab Row) अब देश भर में गर्माता जा रहा है. यूपी में भी हिजाब पर सियासत गर्म हो गई है। हिजाब से शुरू हुई सियासत अब लड़कियों के जीन्स और शॉर्ट्स पहनने पर पहुंच गई है। हाल ही में कांग्रेस को समर्थन देकर और धर्म संसद लगाकर अपने विवादित बयानों से चर्चा में आए आईएमसी (इत्तेहादे मिल्लत कॉउंसिल) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा (Tauqeer Raza) ने हिजाब पर हो रही महाभारत को लेकर सवाल किया कि हमारे हिजाब से इन्हें अपत्ति है तो घूंघट से क्यों नही? इसके साथ ही उन्होंने जीन्स और शॉर्ट्स पहनने पर भी ऐतराज जतायाठ।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले चरण में हुए मतदान से ये साफ हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी का सफाया हो गया है। जिस वजह से आरएसएस और भाजपा ने हिजाब पर सियासत शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि हम पश्चिमी सभ्यता और अंग्रेजियत को फैलने से रोकना चाहते हैं।
मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा कि मेरी उन तमाम अभिभावकों से गुजारिश है कि वो अपने बच्चो को गोडसे बनाना चाहते हैं या गांधीवादी। उन्होंने कहा कि संविधान हमें ये इजाजत देता है कि हमारे बच्चे क्या पहनें। उन्होंने कहा कि हिजाब शर्म हया का प्रतीक है। हिजाब पहनकर जब बच्चियां घर से बाहर जाती हैं तो उनका पूरा चेहरा ढका होता है। इसलिए अभिभावकों को चाहिए कि वो अपने बच्चो को समझाएं कि वो इन सब विवादों में न पड़े।
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि लेस्बियन और गे क्या हिंदुस्तानी सभ्यता हो सकती है? उन्होंने कहा कि हम वेस्टर्न कल्चर को अपना रहे हैं। हमे लैस्बियन और गे सभ्यता को नहीं अपनाना है। उन्होंने कहा कि जो बच्ची हिजाब पहनकर आई थी उसके साथ लिंचिंग की गई. वो लोग उस बच्ची को मार देना चाहते थे। कॉलेज में भगवा लहराकर ये लोग गुंडई कर रहे हैं।