सार
राजभर ने कहा कि हम पहले ही चरण में समझ गए थे कि हार रहे हैं। लेकिन छह चरण का चुनाव बचा था, हम जो समझ गए थे, उसे कैसे कहना शुरू कर देते। राजभर ने कहा कि हार के बारे में पता होने पर भी माहौल तो बनाना ही था। काउंटिंग का तो इंतजार करना ही था।
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में सपा की हार को लेकर उसकी सहयोगी सुभासपा के प्रमुख ओपी राजभर ने कहा कि उन्हें पहले चरण में ही पता चल गया था कि हम लोग हार रहे हैं। राजभर ने यह भी माना कि वह जनता को समझने में फेल हो गए।
राजभर ने कहा कि हम पहले ही चरण में समझ गए थे कि हार रहे हैं। लेकिन छह चरण का चुनाव बचा था, हम जो समझ गए थे, उसे कैसे कहना शुरू कर देते। राजभर ने कहा कि हार के बारे में पता होने पर भी माहौल तो बनाना ही था। काउंटिंग का तो इंतजार करना ही था।
राजभर ने डॉक्टर का उदाहरण देते हुए कहा कि मरीज के मरने से पहले तक उसके परिजनों को असलियत नहीं बताई जाती है। पहले चरण में ही हार का अंदेशा होने के बाद भी बीजेपी और योगी के खिलाफ लगातार आग उगलने के सवाल पर राजभर ने कहा कि चुनाव और काउंटिंग के पहले तक बहुत सी बातें बोली जाती हैं। जब चुनाव पूरा हो जाता है तो सबकुछ साफ हो जाता है, सब ठंडा हो जाता है।
बसपा पर फोड़ा हार का ठीकरा
राजभर की पार्टी ने पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा सफलता हासिल की है। पिछली बार उनकी पार्टी ने चार सीटें जीती थीं। इस बार छह सीटों पर जीत हासिल की है। गुरुवार को गाजीपुर में मीडिया से बातचीत में सपा-सुभासपा गठबंधन के हार पर कहा था कि जहां-जहां हम काम करते हैं, वहां-वहां गठबंधन ने भारी जीत हासिल की है। उन्होंने पूर्वांचल के जिलों का नाम गिनाते हुए कहा कि गाजीपुर में सभी सीटें जीत ली है। आजमगढ़, अंबेडकरनगर, बस्ती, बलिया, मऊ जैसे जिलों में हम काफी सफल हुए हैं। हम यहां से बाहर फेल हुए, वहां की समीक्षा करेंगे और पता करेंगे।
राजभर ने गठबंधन की हार का ठीकरा मायावती पर फोड़ते हुए कहा कि भाजपा को जिताने में बसपा मात्र एक सीट किसी तरह से बचा पाई है। वहां भी हमारे प्रत्याशी ने 80 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए। बसपा को केवल पांच हजार वोटों से जीत मिली है।