सार
भाजपा के कद्दावर नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का आज पैतृक गांव नरौरा में गंगा किनारे अंतिम संस्कार होगा। इसी बीच उनके गृह जिले अलीगढ़ एयरपोर्ट का नाम कल्याण सिंह के नाम पर रखने की मांग उठने लगी है।
लखनऊ. भाजपा के कद्दावर नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का आज पैतृक गांव नरौरा में गंगा किनारे अंतिम संस्कार होगा। इसी बीच उनके गृह जिले अलीगढ़ एयरपोर्ट का नाम कल्याण सिंह के नाम पर रखने की मांग उठने लगी है। यूपी के सीएम योगी ने इसको लेकर कैबिनेट की बैठक बुलाई है।
एयरपोर्ट का नाम बदलने की तेज हुई मांग
दरअसल, भाजपा सांसद सतीश गौतम ने कुछ दिन पहले अलीगढ़ हवाई अड्डे का नाम कल्याण सिंह के नाम पर रखने की मांग की थी। लेकिन अब उनके निधन के बाद यह मांग तेज हो गई है। कल्याण सिंह के चाहने वाले की मांग है कि धनीपुर मिनी एयरपोर्ट का नाम अब कल्याण सिंह मिनी एयरपोर्ट कर दिया जाए। बता दें कि रविवार को इसी एयरपोर्ट पर उनका पार्थिव शरीर एयर एबुलेंस से उतारा गया। इसके बाद उनकी शव यात्रा शुरू हुई। इसका फैसला सीएम योगी अपनी कैबिनेट बैठक में करेंगे।
कल्याण सिंह अलीगढ़ में किए विकास
बता दें कि कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री रहते अपने जिले अलीगढ़ में कई विकास कार्य किए हैं। उन्होंने यहां, दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय की स्थापना, तालानगरी औद्योगिक एरिया डेपलप किया, अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम का जीर्णोद्धार से लेकर धनीपुर हवाई पट्टी भी उनके मुख्यमंत्री काल में योजना बनीं।
यह भी पढ़़ें-कल्याण सिंह के वह बड़े फैसले..जिन्हें लोग हमेशा रखेंगे याद..यूपी की राजनीति में जो बन गए नजीर
'राम भक्त के रूप होती है कल्याण सिंह की पहचान'
सीएम योगी ने अलीगढ़ में पत्रकारों से बात करते हुए, कहा, "आज, हम कल्याण सिंह जी के पार्थिव शरीर को उनके गृहनगर अलीगढ़ के महारानी अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम में लाए हैं। हमने यहां पार्थिव शरीर लाने का फैसला किया ताकि सिंह जी के अनुयायी उन्हें देख सकें। पिछली बार। वह वर्षों से अलीगढ़ के लोगों से जुड़े हुए हैं। उन्हें देश के राम भक्त के रूप में जाना जाता है। हवाई अड्डे से लेकर अलीगढ़ तक, उत्तर प्रदेश के लोग कल्याण जी के लिए बहुत सम्मान करते हैं। मैं भगवान राम से प्रार्थना करता हूं कि वे हमें उनके सपनों को पूरा करने की शक्ति प्रदान करें।"
यह भी पढ़ें-ऐसा है कल्याण सिंह का परिवार, बेटा सांसद तो पोता है मंत्री, नातिन इस राजनेता के घर की है बहू
यह भी पढ़ें-8 बार सांसद..3 बार मुख्यमंत्री और राज्यपाल तक रहे, जो चाहा वो पाया..लेकिन अधूरी रह गई आखिरी दिली इच्छा