सार

यूपी के कानपुर के बिकरू गांव में हुई 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का मास्टरमाइंड विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे 9 जुलाई को उज्जैन में पकड़ा गया था। उस पर यूपी सरकार ने पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। अब यूपी पुलिस ने लेटर लिखकर एमपी पुलिस से पूछा है कि हिस्ट्रीशीटर को लेकर जो इनाम रखा गया था व किसे दिया जाए।
 

कानपुर(Uttar Pradesh). यूपी के कानपुर के बिकरू गांव में हुई 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का मास्टरमाइंड विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे 9 जुलाई को उज्जैन में पकड़ा गया था। उस पर यूपी सरकार ने पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। उज्जैन से कानुपर लाते समय रास्ते में ही एसटीएफ की गाड़ी पलटने के बाद भागते समय विकास दुबे मारा गया था। अब यूपी पुलिस ने लेटर लिखकर एमपी पुलिस से पूछा है कि हिस्ट्रीशीटर को लेकर जो इनाम रखा गया था व किसे दिया जाए।

2 जुलाई की रात कानपुर के बिकरू में 8 पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या के मामले में यूपी पुलिस विकास दुबे को शिद्दत से ढूंढ रही थी। लेकिन विकास दुबे की गिरफ्तारी उज्जैन से हुई थी। उसे उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर परिसर से वहां की सिक्योरिटी ने पकड़ा था। लेकिन उसकी गिरफ्तारी के बाद कई व्यक्ति सामने आए थे, जिनकी निशानदेही पर विकास दुबे पकड़ा गया था। ऐसे में यूपी पुलिस के सामने असमंजस की स्थिति है कि आखिरी इनाम की राशि किसे दिया जाए। इसे लेकर यूपी पुलिस ने एमपी पुलिस को एक चिट्ठी लिखी है।

उज्जैन एसपी ने कहा तीन सदस्यीय टीम लेगी निर्णय 
इस मामले में उज्जैन एसपी मनोज कुमार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि कानपुर एसएसपी का हमें पत्र मिला है। उस पत्र में उन्होंने विकास दुबे पर घोषित इनाम का जिक्र किया है, साथ ही वह जानना चाहते हैं कि इनाम की राशि किसे दिया जाए। साथ ही विकास दुबे को हिरासत में लेने में किस पुलिसकर्मी की भूमिका थी। इसके लिए तीन सदस्यों की टीम बनाई गई जो निर्णय करेगी किसको इनाम दिया जाए। इस कमेटी में एएसपी रैंक के 3 अधिकारियों को शामिल किया गया है। कमेटी 3 के अंदर ही रिपोर्ट सौंपेगी। इसमें विकास दुबे को पहली बार किसने देखा, उसे पकड़ा किस ने और यूपी एसटीएफ को सौंपे जाने तक का पूरा ब्यौरा होगा।

9 जुलाई की सुबह उज्जैन में हुआ था गिरफ्तार 
गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी 9 जुलाई को सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर से हुई थी। गिरफ्तारी के बाद एसपी मनोज सिंह ने कहा था कि वह राजस्थान के झालावाड़ से सुबह से 3.58 बजे उज्जैन के देवासगेट बस स्टैंड पर पहुंचा था। वहां से ऑटो में बैठ कर रामघाट पर शिप्रा नदी में स्नान के लिए गया था। उसके बाद वह 7.45 बजे महाकाल मंदिर में पहुंचा था। यहां उसे पहली बार फूल की दुकान चलाने वाले ने देखा था। फिर मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसे गिरफ्तार किया था।

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