सार

पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए और ग्रामीणों के बयान दर्ज कर पुजारी की हत्या की वजह जानने का प्रयास किया। महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के मदन खेड़ा मजरे पोखरनी गांव निवासी 62 वर्षीय सत्रोहन पाल पुत्र अहोरवा पाल पुजारी थे। रोज की तरह शनिवार की शाम लगभग 8:00 बजे खाना खाकर वह गांव के बाहर खेतों में बने मंदिर पर सोने के लिए चले गए थे।

रायबरेली: यूपी में चुनाव खत्म होते ही अपराध की झड़ी लग गई है। एक-एक दिन में दर्जनों हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। महराजगंज कोतवाली क्षेत्र में शनिवार की रात पुजारी की धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी गई। रविवार की सुबह गांव के लोग मंदिर पहुंचे तो चारपाई में लगी मच्छरदानी के अंदर उसका शव खून से लथपथ पाया गया। पुजारी की हत्या से गांव में सनसनी फैल गई।

पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए और ग्रामीणों के बयान दर्ज कर पुजारी की हत्या की वजह जानने का प्रयास किया। महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के मदन खेड़ा मजरे पोखरनी गांव निवासी 62 वर्षीय सत्रोहन पाल पुत्र अहोरवा पाल पुजारी थे। रोज की तरह शनिवार की शाम लगभग 8:00 बजे खाना खाकर वह गांव के बाहर खेतों में बने मंदिर पर सोने के लिए चले गए थे।

चारपाई पर खून से लथपथ मिला पुजारी का शव
जब सुबह मृतक का नाती चाय के लिए उन्हें बुलाने गया तो उसने देखा कि खून से लथपथ चारपाई पर उसके बाबा का शव पड़ा हुआ है। वह यह सब देखकर घबरा गया और चिल्लाता हुआ घर की तरफ भागा। उसके शोर मचाने से आनन-फानन गांव के सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए और घटनास्थल पर पहुंचकर देखा तो पुजारी का शव खून से लथपथ चारपाई पर पड़ा हुआ था। आनन फानन पुलिस को सूचना दी गई।

मौके पर पहुंची पुलिस ने बारीकी से घटनास्थल का निरीक्षण किया तथा परिजनों और ग्रामीणों से गहनता से पूछताछ की। पुलिस का कहना है कि मंदिर सत्रोहन ने ही बनवाया था और उसमें हनुमान जी व अन्य भगवान की मूर्तियां स्थापित की थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पुलिस पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। अब तक की जांच में पुलिस को कोई ऐसा सुराग हाथ नहीं लगा है जिससे यह जाना जा सके कि पुजारी की हत्या किस वजह से की गई।