सार
चेतनानंद सरस्वती ने कहा कि राम भक्तों का खून सरयू नदी में मिला हुआ है। वह सदियों तक गवाही देगा कि हमने श्रीराम मंदिर बनाने के लिए अपने खून से उस जल को लाल किया था। आज जब हम भव्य राम मंदिर निर्माण की तरफ बढ़ रहे हैं और जिस तरह से भगवा रंग का तेज दशों-दिशाओं में अपना प्रकाश फैला रहा है, उससे यह स्पष्ट होता है कि डिंपल यादव पर मानसिक विक्षिप्तता सवार है। एक मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति के लिए कोई भी टिप्पणी करना उचित नहीं है।
गाजियाबाद: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल द्वारा सीएम योगी आदित्यनाथ के कपड़ों को लेकर दिए गए बयान पर गाजियाबाद के प्रमुख डासना देवी मंदिर की महंत चेतनानंद सरस्वती ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने शनिवार को एक बयान जारी करके कहा, 'डिंपल यादव की टिप्पणी को मैं उनकी मानसिक विक्षिप्तता के तौर पर देखती हूं। जिस तरह से उनके परिवार के लोगों के हाथ खून से सने हुए हैं। सत्य, सनातन, संस्कृति इस बात की गवाह रहेगी कि उनके परिवार के लोगों ने हमारे खून को बहाकर सरयू नदी को लाल कर दिया था'।
डिंपल यादव को बताया मानसिक विक्षिप्त
चेतनानंद सरस्वती ने कहा कि राम भक्तों का खून सरयू नदी में मिला हुआ है। वह सदियों तक गवाही देगा कि हमने श्रीराम मंदिर बनाने के लिए अपने खून से उस जल को लाल किया था। आज जब हम भव्य राम मंदिर निर्माण की तरफ बढ़ रहे हैं और जिस तरह से भगवा रंग का तेज दशों-दिशाओं में अपना प्रकाश फैला रहा है, उससे यह स्पष्ट होता है कि डिंपल यादव पर मानसिक विक्षिप्तता सवार है। एक मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति के लिए कोई भी टिप्पणी करना उचित नहीं है।
डिंपल ने दिया था ये बयान
यूपी के कौशांबी जिले के सिराथू में एक चुनावी सभा में पूर्व सांसद डिंपल यादव ने सीएम योगी के पहनावे पर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, जिस रंग के हमारे मौजूदा मुख्यमंत्री कपड़े पहनते हैं, उसी रंग का जंग होता है, तो ऐसे जंग वाले इंजन को हटाने का समय आ गया है।
पांचवें चरण की 61 विधानसभा सीटों में से 90 फीसदी पर बीजेपी का कब्जा
पांचवें चरण की जिन 61 विधानसभा सीटों पर चुनाव पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें 90 फीसदी सीटों पर बीजेपी और अपना दल गठबंधन का कब्जा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में इन 60 सीटों में से 51 सीटें बीजेपी ने जीती थी जबकि उसके सहयोगी अपना दल (एस) को दो सीटें मिली थी। वहीं, सपा के खाते में महज 5 सीटें मिली थी. इसके अलावा कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी और दो सीटों पर निर्दलीय ने जीती थी। बसपा इस चरण में खाता भी नहीं खोल सकी थी।
पांचवें चरण में योगी के इन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
पांचवें चरण के चुनाव में 61 सीटों में से 90 फीसदी सीटों पर अभी बीजेपी का कब्जा है। वहीं योगी सरकार के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। पांचवें चरण के चुनाव में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सिराथू सीट से चुनाव लड़ रहे हैं तो कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह पट्टी सीट से उतरे हैं। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, इलाहबाद पश्चिम से प्रत्याशी हैं तो नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी इलाहाबाद दक्षिण, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री मनकापुर सुरक्षित सीट से और राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट सदर से चुनाव लड़ रहे हैं। योगी सरकार के मंत्री रहे मुकुट बिहारी की जगह उनके बेटे चुनावी मैदान में हैं।
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