सार
उत्तर प्रदेश की कुल 403 सीटों में एक है रामपुर खास विधानसभा सीट (Rampur Khas Vidhan sabha seat)। यह सीट प्रतापगढ़ जिले में आती है। यह सीट 1980 से ही कांग्रेस का गढ़ रही है। प्रमोद तिवारी इस सीट से 9 बार विधायक रहे हैं और इस बार चुनाव में कांग्रेस ने आराधना मिश्रा को मैदान में उतारा। अब प्रमोद तिवारी यूपी की राजनीति छोड़कर राज्यसभा सांसद हैं। प्रमोद तिवारी के जाने के बाद आराधना मिश्रा (Aradhana Mishra) यहां से विधायक हैं।
आशीष सुमित मिश्रा
लखनऊ: रामपुर खास विधानसभा सीट पर आराधना मिश्रा ने कांग्रेस को जीत का स्वाद चखाया है। आराधना मिश्रा ने इस सीट पर 14 हजार से ज्यादा मतों से बीजेपी के नागेश प्रताप सिंह को हराया है। उत्तर प्रदेश की कुल 403 सीटों में एक है रामपुर खास विधानसभा सीट (Rampur Khas Vidhan sabha seat)। यह सीट प्रतापगढ़ जिले में आती है। यह सीट 1980 से ही कांग्रेस का गढ़ रही है। प्रमोद तिवारी इस सीट से 9 बार विधायक रहे हैं और इस बार चुनाव में कांग्रेस ने आराधना मिश्रा को मैदान में उतारा। अब प्रमोद तिवारी यूपी की राजनीति छोड़कर राज्यसभा सांसद हैं। प्रमोद तिवारी के जाने के बाद आराधना मिश्रा (Aradhana Mishra) यहां से विधायक हैं और इस बार भी वे चुनाव मैदान में थीं। उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने नागेश प्रताप सिंह (Nagesh Pratap Singh) को चुनाव मैदान में उतारा था। 2017 के चुनाव में भी ये दोनों प्रत्याशी एक दूसरे के आमने-सामने थे और आराधना मिश्रा ने नागेश प्रताप को हराया था।
कौन हैं आराधना मिश्रा
आराधना मिश्रा रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक हैं। मोना मिश्रा के रूप में लोकप्रिय, वे दो दशकों से अधिक समय से कांग्रेस पार्टी के सदस्य के रूप में जुड़ी हुई हैं। उनके पिता वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी हैं और लगातार नौ बार रामपुर खास का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। मोना मिश्रा ने पार्टी में कई पदों पर काम किया और कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के लिए मीडिया रणनीति तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आराधना मिश्रा के खिलाफ 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनकी पढ़ाई ग्रैजुएशन तक हुई है। उनके पास 34.06 करोड़ रुपये की संपत्ति है और देनदारी के नाम पर कोई जिम्मेदारी नहीं है। आराधना मिश्रा दावा करती हैं कि प्रमोद तिवारी के अधूरे कार्यों को उन्होंने पूरा करने का काम किया है।
फरेंदा सीट पर कांग्रेस को मिली जीत
महाराजगंज जिले की फरेंदा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी में जोरदार टक्कर रही है। इस सीट पर अभी तक कांग्रेस के वीरेंद्र चौधरी ने जीत हासिल की। बीजेपी के बजरंग बहादुर सिंह लगभग 2 हजार से भी कम वोटों से हार गए। 2017 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी।
कांग्रेस की बुरी तरह हार पर प्रियंका बोलीं
यूपी में आए परिणाम पर प्रियंका गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रियंका ने ट्वीट कर लिखा है कि लोकतंत्र में जनता का मत सर्वोपरि है। हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मेहनत की, संगठन बनाया, जनता के मुद्दों पर संघर्ष किया। लेकिन, हम अपनी मेहनत को वोट में तब्दील करने में कामयाब नहीं हुए। कांग्रेस पार्टी सकारात्मक एजेंडे पर चलकर उप्र की बेहतरी व जनता की भलाई के लिए संघर्षशील विपक्ष का कर्तव्य पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाती रहेंगी।