सार
अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग खबर देख रहे थे उन्हें पता होगा कि उधर लगातार विकेट गिर रहे हैं। हमारे बाबा मुख्यमंत्री क्रिकेट खेलना नही जानते। अगर खेलना जानते भी होते तो उनका कैच छूट चुका है। स्वामी प्रसाद मौर्या जिधर चल देते है सरकार उसी की बनती है। मुख्यमंत्री को रटने के साथ गणित का भी अध्यापक रखना पड़ेगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabha Election) से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में भगदड़ मच गई है। पिछले कुछ दिनों में योगी सरकार के 3 मंत्रियों समेत 14 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। सपा पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष अखिलश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी छोड़ने वाले मंत्रियों और विधायकों को अपनी पार्टी में आधिकारिक तौर पर ज्वाइन करा दिया है। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग खबर देख रहे थे उन्हें पता होगा कि उधर लगातार विकेट गिर रहे हैं।
अखिलेश ने बताया 80 और 20 प्रतिशत का गणित
उन्होंने कहा कि हमारे बाबा मुख्यमंत्री क्रिकेट खेलना नही जानते। अगर खेलना जानते भी होते तो उनका कैच छूट चुका है। स्वामी प्रसाद मौर्या जिधर चल देते है सरकार उसी की बनती है। मुख्यमंत्री को रटने के साथ गणित का भी अध्यापक रखना पड़ेगा। सपा के साथ 80 प्रतिशत था और अब 20 भी उनके हाथ से चला गया। हमारे मुख्यमंत्री पहले ही गोरखपुर चले गए। मुख्यमंत्री की 11 मार्च की टिकट किसी ने बुक कर रखी है लेकिन आज ही इन लोगों ने उन्हें गोरखपुर भेज दिया
दिल्ली वाले भी नहीं करा पाएंगे पास
साथ ही कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ आने के बाद वरेन्ट इसु कर दिया गया है। हमारे सहयोगी अपना दल के यंहा जांच चल रही है। अब साईकल का हैंडल भी ठीक है और दोनों पहिए भी ठीक है। कई बार लोग कहते है ये सेमीफाइनल चुनाव है मै कहता हूँ ये फाइनल है। बाबा मुख्यमंत्री फेल हो गए है चाहे जितने दिल्ली वाले आये इन्हें पास नही करा पाएंगे। भाजपा वाले ऐसा हिटविकेट हुए कि हमारी स्ट्रेटजी नही समझ पाए। समाजवादी लोग डिजिटल के साथ फिजिकल भी मजबूत है। किसी ने नही सोचा था मौर्या जी साथ आ जाएंगे। अभी तो किसी को स्टूल मिलता था अब स्टूल वालों का क्या होगा।
मौर्य ने कहा कि बीजेपी ने केशव मौर्य और स्वामी मौर्य का नाम उछाल कर सरकार बनाई थी। चर्चा थी कि सीएम होंगे केशव या स्वामी पर हुआ क्या। पहले गाजीपुर से स्काईलैंप उतारने की कोशिश की गई. फिर स्काईलैंप आते-आते बीच में ही ब्लास्ट हो गया। दूसरा स्काईलैंप गोरखपुर से लाकर पिछड़े की आंखों में धूल झोंकी गई। मौर्य ने कहा कि अब लड़ाई 80 और 20 की नहीं है। अब लड़ाई 85 और 15 की है। जो 15% अगड़े हैं उसमें भी हमारी हिस्सेदारी है। क्योंकि उन 15 प्रतिशत में भी कई समाजवादी और अंबेडकरवादी भी हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी समेत भाजपा के आठ बागी विधायक सपा में शामिल हो गए हैं। इनमें स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी, भगवती सागर, विनय शाक्य, रोशनलाल वर्मा, मुकेश वर्मा, बृजेश कुमार प्रजापति, चौधरी अमरसिंह शामिल हैं। इसके साथ ही अली यूसुफ अली, पूर्व मंत्री रामहेत भारती समेत कई नेता सपा में शामिल होने पहुंचे हैं।
सपा में शामिल होने वाले बीजेपी नेताओं की सूची
1- पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य,
2- सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम मौजूद
3- स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में शामिल
4- धर्म सिंह सैनी समाजवादी पार्टी में शामिल
5- बिल्हौर भगवती प्रसाद शामिल
6- बिधूना विनय शाक्य शामिल
7- तिलहर रौशन लाल वर्मा शामिल
8- ब्रजेश कुमार प्रजापति तिंदवारी बाँदा शामिल
9- चौधरी अमर सिंह शोहरतगढ़ बीजेपी में शामिल
10- नीरज मौर्या पूर्व विधायक, हरपाल सैनी, बलराम सैनी शामिल
11- धनपत राम मौर्य पूर्व राज्य मंत्री सपा में शामिल
12- पदम् सिंह, पूर्व विधायक अयोध्या प्रसाद पाल शामिल
13- बलराम मौर्य शामिल, महेंद्र मौर्य शामिल
14- किसान नेता हरपाल सिंह शामिल
15- हाथरस के वीरेंद्र सिंह कुशवाहा शामिल
अखिलेश का पलड़ा भारी
यूपी में बीजेपी विधायकों की मची भगदड़ पर राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बीजेपी योगी अदित्यनाथ का मठ बचाने के चक्कर में सत्ता का किला ही गवाती नजर आ रही हैं। दो महीने पहले तक जो चुनाव साफ-साफ भाजपा के पाले में जाता हुआ नजर आ रहा था। उस तराजू का पलड़ा अखिलेश यादव की तरफ झुक चुका है। दिल्ली के भाजपा के कार्यालय तक ये खबर पहुंच चुकी है।