सार
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों का तीन दिन से लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। इस दौरान छात्रों ने कुलपति आवास के सामन अपने सिर को मुंडवा तो वहीं उनके गेट पर गंगाजल का छिड़काव भी किया।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की विश्वनाथ नगरी काशी में पिछले दिनों हुई इफ्तार पार्टी को लेकर विरोध जारी है। लगातार तीन दिन से इफ्तार पार्टी को लेकर कुछ छात्रों का गुट बीएचयू में विरोध प्रदर्शन कर रहा है। विरोध जता रहे छात्रों ने कुलपति सुधीर जैन का पुतला फूंका और हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। लेकिन इतने पर ही मामला रुका नहीं। अब छात्रों ने कुलपति आवास का गंगाजल से शुद्धिकरण किया साथ ही अपने सिर मुंडवा लिए।
तो वहीं दूसरी ओर इफ्तार पार्टी को लेकर हो रहे विरोधों को लेकर बीएचयू प्रशासन इफ्तार पार्टी को लेकर अपनी बात रख चुका है। लेकिन छात्रों का पिछले तीन दिनों से बवाल जारी है जो रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। छात्रों की इफ्तार पार्टी के बाद से मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए साथ ही माफी भी मांगी जाए।
कुलपति आवास में छात्रों ने गंगाजल से किया छिड़काव
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी हिंदू विश्वविद्यालय में इफ्तार पार्टी को लेकर लगातार तीन दिन से छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी है। छात्रों का अलग-अलग गुट इफ्तार का विरोध करते हुए अभी भी नजर आ रहे है। इन्हीं में से कुछ छात्रों ने शुक्रवार की शाम दर्जनों की संख्या में छात्र घड़े में गंगाजल लेकर कुलपति आवास पहुंच गए और मंत्रोच्चारण करते हुए गेट पर छिड़काव करने लगे। इसके साथ ही छात्रों ने वहां खड़े प्रोक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों पर भी गंगा जल का छिड़काव कर दिया।
इफ्तार पार्टी को लेकर छात्रों के अंदर इतान आक्रोश है कि ये सब करके रुके नहीं। बल्कि कुछ छात्रों ने कुलपति आवास में गंगाजल से छिड़काव करने के बाद उसी समय अपने सिर को भी मुंडवा लिया।
विवादित बयानों के साथ पोत दी विश्वविद्यालय की दीवारें
विरोध कर रहे छात्रों ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वीसी गो बैक और इस्लामीकरण बन्द करो के नारे भी लगाए। इन छात्रों का कहना है कि नई परंपरा के कारण बीएचयु में दीवारों पर विवादित नारे लिखे गए लेकिन गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है। तो वहीं छात्र अब वीसी से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने सौहार्द बढ़ाने के लिए हुआ आयोजन
गौरतलब है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वीसी सुधीर जैन 27 अप्रैल को महिला विश्वविद्यालय में आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे। जिसके बाद से छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी है। हालांकि विरोध होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा भी था कि ये आयोजन आपसी सौहार्द बढ़ाने के लिए किया गया। साथ ही ऐसे आयोजन पहले भी होते आए हैं। पर छात्रों को यह मंजूर नहीं तभी तो कुछ छात्रों का गुट लगातार विरोध कर रहा है।
कोरोना की दूसरी लहर ने एक महीने के अंदर ही उजाड़ दिया पूरा परिवार, ऑक्सीजन की कमी से हुई थी सबकी मौत