सार
खिड़किया घाट पर फ्लोटिंग स्विमिंग पूल तैयार किया जा रहा है। यहां श्रद्धालु गंगा में स्नान के साथ ही सूर्य को जल भी अर्पण कर पाएंगे। यहां जल को लगातार साफ करने के लिए स्विमिंग पूल की तरह मोटर आदि की व्यवस्था की जाएगी।
वाराणसी: पतितपावनी गंगा में श्रद्धा की डुबकी लगाने के लिए दुनियाभर के श्रद्धालु अब सुरसरि की बीच लहरों पर बनने वाले कुंड में स्नान कर सकेंगे। खिड़किया घाट पर जेटी के जरिए देश का पहला फ्लोटिंग स्विमिंग पूल (कुंड) तैयार किया जाएगा। यहां सुरक्षित गंगा स्नान के साथ ही श्रद्धालु सूर्य को जल भी अर्पण कर पाएंगे।
गंगा में कृत्रिम कुंड होगा तैयार
जान्हवी के अर्ध्दचंद्राकार घाटों पर गंगा स्नान के महात्म्य को देखते हुए स्मार्ट सिटी मानसून के बाद खिड़किया नमो घाट के बीच गंगा में कृत्रिम कुंड तैयार करेगा। खिड़किया घाट पर आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु जेटी के माध्यम से यहां कृत्रिम कुंड तक पहुंचेंगे। यहां कुंड में गंगा का साफ पानी लोगों के स्नान के लिए मौजूद रहेगा। इसको लेकर तल में ऐसी व्यवस्था रहेगी की उसमें गंगा का पानी पहुंचे। इसके लिए जल को लगातार साफ करने के लिए स्विमिंग पूल की तरह मोटर आदि की भी व्यवस्था वहां पर की जाएगी।
खिड़किया घाट को सुविधाओं से किया जाएगा विकसित
आपको बता दें कि स्मार्ट सिटी की ओर से 34 करोड़ रुपए से खिड़किया घाट को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा। वहीं अभिनव प्रयोग के जरिए इसे और भी आकर्षक बनाने की तैयारी जारी है। यहां गंगा के घाटों पर स्नान के लिए रोजाना हजारों-लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। हालांकि सुरक्षा के और संसाधनों के आभाव के चलते हर घाट पर अनहोनी की संभावना बनी रहती है। ऐसे में खिड़किया घाट पर इस प्रयोग के जरिए श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान के साथ बीच गंगा में डुबकी का अहसास कराने की तैयारी है। अगर गंगा की लहरों पर बनने वाले कुंड और चेंजिंग रूप का प्रयोग खिड़किया घाट पर सफल रहा तो इसे काशी के स्नान वाले अन्य घाटों पर भी इसे तैयार किया जाएगा।
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