सार
श्रमिक स्पेशल ट्रेन में एक परिवार की वो खुशियां लौट आईं हैं जिसका इन्तजार वो परिवार दो पीढ़ियों से कर रहा था। रोजी-रोटी के सिलसिले में गुजरात के सूरत में रहने वाले एक व्यक्ति के परिवार में दो पीढ़ियों से किसी बेटी का जन्म नही हुआ था। श्रमिक एक्सप्रेस से लौटते समय उसके गर्भवती पत्नी ने ट्रेन में ही एक बेटी को जन्म दिया
आजमगढ़(Uttar Pradesh). देश में कोरोना संकट को लेकर लॉकडाउन चल रहा है । सभी यातायात सेवाओं पर रोक है। यूपी सरकार ने प्रदेश से बाहर फंसे प्रवासी श्रमिको की घर वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई है। इसी श्रमिक स्पेशल ट्रेन में एक परिवार की वो खुशियां लौट आईं हैं जिसका इन्तजार वो परिवार दो पीढ़ियों से कर रहा था। रोजी-रोटी के सिलसिले में गुजरात के सूरत में रहने वाले एक व्यक्ति के परिवार में दो पीढ़ियों से किसी बेटी का जन्म नही हुआ था। श्रमिक एक्सप्रेस से लौटते समय उसके गर्भवती पत्नी ने ट्रेन में ही एक बेटी को जन्म दिया। इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई जैसे हे ट्रेन आजमगढ़ पहुंची महिला व उसकी नवजात बच्ची को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से उसे कुछ घंटों बाद छुट्टी दे दी गई। डॉक्टरों का कहना था कि मां बेटी दोनों स्वस्थ हैं।
आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के ओझौली गांव रहने वाले दीनानाथ रोजी-रोटी के लिए सूरत में परिवार के साथ रहते थे। उसकी पत्नी गभर्वती थी वह प्रसव के लिए गांव आने की तैयारी में थी लेकिन इसी बीच लॉकडाउन हो गया। सूरत में वह अपने पीटीआई दीनानाथ के साथ फंसी थी। इसी बीच सरकार ने प्रवासियों के लिए श्रमिक एक्सप्रेस चलाई। बृहस्पतिवार को सूरत से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में दीनानाथ भी पत्नी के साथ अपने घर के लिए चल पड़ा। उसकी गर्भवती पत्नी के डिलिवरी का समय नजदीक था। चलती ट्रेन में देर रात भुसावल के समीप ट्रेन में ही चंद्रकला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। ट्रेन के कोच में बैठी महिलाएं उसकी मदद को आगे आईं और ट्रेन में ही उसकी नार्मल डिलीवरी करवाई।
दो पीढ़ी बाद घर में पैदा हुई बेटी
दीनानाथ जब अपनी पत्नी और नवजात बेटी के साथ घर पहुंचा तो बच्ची को देखकर परिवार के सदस्यों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। घर पर परिवार और पास पड़ोस के लोगों ने खुशियां मनाई और महिलाओं ने मंगलगीत भी गाया। परिजनों का कहना है कि दो पीढ़ियों बाद उनके घर में बेटी आ जन्म हुआ है उनकी मन मांगी मुराद पूरी हो गई।
सीएम योगी को कहा धन्यवाद
दीनानाथ वे उसके परिजनों ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है। उसका कहना है कि एक ओर जहां दूसरे प्रांत से आ रहे लोगों को शेल्टर होम या क्वांरंटाइन किया गया है, वहीं हमारे पूरे परिवार को घर भेज दिया गया है। उनका कहना है कि वे पिछले डेढ़ माह से गुजरात के सूरत में फंसे हुए थे। उनके पास पैसे नहीं बचे थे और खाने के लाले पड़ गए थे। यह चिंता हमें कई दिनों से सता रही थी। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पेशल ट्रेन चलवाई जिस कारण आज हम अपने परिवार के लोगों के साथ सकुशल यहां पहुंच पाए हैं।