सार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी सरकार ने अपने शासनकाल में गाजियाबाद में हज हाउस बनवाया था। वहीं बीजेपी की सरकार ने 94 करोड़ रुपये की लागत से कैलाश मानसरोवर भवन की स्थापना कराई है।
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही नेता अपने विपक्षी दल पर लगातार हमला बोल रहे हैं। हाल ही में योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशानासाधते हुए उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 'उत्तर प्रदेश की पूर्व सरकार ने गाजियाबाद में 'हज हाउस' बनवाया था। भाजपा सरकार ने यहां ₹94 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण कराया है। आस्था को सम्मान देता यह भवन श्रद्धालुओं के लिए बड़ी सौगात है। फर्क साफ है...!'
इसके अलावा उन्होंने गाजियाबाद के नेहरू नगर, मुरादनगर क्षेत्र में लगाई लागत को गिनवाया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, 'गाजियाबाद के नेहरू नगर में नगर निगम ऑडिटोरियम के निर्माण के साथ ही ₹150 करोड़ की लागत से जनपद में बुनकर मार्ट तथा मधुबन बापूधाम योजना में ₹20 करोड़ की लागत से उपरिगामी सेतु भी निर्माणाधीन है। उत्तरोत्तर प्रगति करते गाजियाबाद के निरंतर विकास हेतु हम प्रतिबद्ध हैं।'
इसके साथ ही ट्वीट कर लिखा कि, 'आपके जनपद गाजियाबाद के मुरादनगर क्षेत्र के ग्राम सुराना में प्राचीन शिव मंदिर का ₹50 लाख की लागत से सौंदर्यीकरण, गंग नहर सोंधा पुल से रेवड़ा रेवड़ी ग्राम तक ₹22 करोड़ की लागत से सड़क तथा हिंडन नदी पर पुल का निर्माण भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही हुआ है।'
बता दे कि हाल ही में योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद में भी इस बात का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि पूर्व में माफिया लोग व्यापारियों को प्रताड़ित करते थे, लेकिन अब कोई भी माफिया किसी कारोबारी, डॉक्टर या गरीब व्यक्ति की संपत्ति हड़पने का साहस नहीं कर सकता। अगर कोई ऐसा करता है तो बुलडोजर चलेगा। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पूर्व में गरीबों के लिए आवंटित राशन अन्न माफिया के जरिये बांग्लादेश में दिया जाता था, मगर आज अनाज सीधे गरीबों तक पहुंच रहा है और 15 करोड़ लोगों को मिल रहा है। डबल इंजन की सरकार अनाज की डबल डोज दे रही है। गौरतलब है कि सितंबर 2016 में तत्कालीन सपा सरकार के कार्यकाल में गाजियाबाद में हज हाउस का उद्घाटन हुआ था, जबकि कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण दिसंबर 2020 में किया गया था।