सार
पुलिस के उकसाने के बाद युवक ने आत्महत्या कर ली। जिसके बाद युवक की खुदकुशी के मामले में चौकी इंचार्ज व सिपाही पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले पुलिस अधीक्षक कैप्टन एमएम बेग ने आरोपी दरोगा व सिपाही को निलंबित कर दिया था।
ललितपुर(UTTAR PRADESH ). पुलिस के उकसाने के बाद युवक ने आत्महत्या कर ली। जिसके बाद युवक की खुदकुशी के मामले में चौकी इंचार्ज व सिपाही पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले पुलिस अधीक्षक कैप्टन एमएम बेग ने आरोपी दरोगा व सिपाही को निलंबित कर दिया था।
जाने क्या है पूरा मामला
यूपी के ललितपुर में थाना पूराकलां के ग्राम नत्थीखेड़ा निवासी 27 वर्षीय उमाशंकर ने चौकी इंचार्ज नत्थीखेड़ा राजकुमार निगम व सिपाही दिलेन्द्र तिवारी पर 20 हजार रूपए मांगने व उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए चार दिन पूर्व जहर खाकर खुदकुशी कर ली थी। पड़ताल में पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला था। इस मामले में ग्रामीणों व परिजनों के प्रदर्शन के बाद आरोपी दरोगा व सिपाही को निलंबित कर दिया गया था।
चौकी इंचार्ज हर माह करता था अवैध वसूली
मृतक के उमाशंकर के पिता रतीराम ने बताया कि, बेटा टैक्सी चलाता था। उसी से वह परिवार का पालन पोषण कर रहा था। चौकी इंचार्ज व सिपाही उससे हर माह अवैध वसूली करते थे। न देने पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहे थे। यही नहीं उसके विरुद्ध कई फर्जी मुकदमे दर्ज भी कर दिए थे।
पैसे नहीं दिए तो जमकर की पिटाई
मृतक के पिता रतीराम के मुताबिक़ 25 सितम्बर को चौकी इंचार्ज व सिपाही ने फिर से 20 हजार रूपए की मांग की। जब बेटे ने देने में असमर्थता जतायी तो उसे बंद कर पीटा गया। पुलिस की मारपीट से क्षुब्ध होकर 27 सितम्बर को उसने जहर खा लिया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी।
आरोपी चौकी इंचार्ज व सिपाही के खिलाफ होगी कार्रवाई
ललितपुर के एसपी कैप्टन एमएम बेग ने बताया कि, आरोपी चौकी इंचार्ज राजकुमार निगम व सिपाही दिलेंद्र को पहले ही निलंबित किया जा चुका था। अब दोनों के विरुद्ध धारा 306 के तहत मामला पंजीकृत कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जांच में आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।